उधम सिंह नगर/काशीपुर – क्षेत्रीय विधायक तिलोक सिंह चीमा ने अपने रामनगर रोड स्थित कारपोरेट कार्यालय में एक प्रेस का आयोजन कर बीते 4 दिन पूर्व सिख समुदाय की दो मौतों को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। जिसमें पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा ने कहा कि इन दो मौतों से स्थानीय जनता के दिलों को झंझोर के रख दिया है।
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि यह दोनों मौतें खनन को लेकर हुई हैं, जब तक यह खनन का खेल खत्म नहीं होता यह मौतों का सिलसिला जारी रहेगा। यह नंबर दो का खनन जो कि भाई से भाई को जुदा कर रहा है और लोग इस खनन के दलदल में फसते चले जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गुरप्रीत की हत्या भी खनन को लेकर हुई थी, क्योंकि यूपी पुलिस खनन माफिया और इनामी बदमाश को ढूंढती ढूंढती उत्तराखंड आ पहुंची और जहां पर उसको शक था उसने वहां पर दबिश दी जबकि उत्तर प्रदेश का कारनामा ठीक नहीं था।
एक भोली भाली गृहणी महिला की मौत हो जाती है और पुलिसकर्मियों को वहां की जनता उत्तराखंड की पुलिस को सौंप देती है, लेकिन पुलिस ने इस मामले को जादे गंभीरता से ना लेते हुए उनको यहां से जाने का इशारा कर दिया और वह उत्तर प्रदेश की सीमा में सुरक्षित पहुंच गए। कहना यह भी है उत्तर प्रदेश की पुलिस भी इस गोलीबारी में घायल हुई, लेकिन उनका यह कृत्य बिल्कुल गलत था। उन्होंने कहा कि जो यह दोनों मौतें हुई हैं उनकी सीबीआई जांच होनी चाहिए।
वही विधायक त्रिलोक सिंह चीमा ने कहां की एक बेगुनाह महिला की मौत से स्थानीय जनता ही नहीं पूरे प्रदेश में भय का माहौल बन गया है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही सरकार से इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिए सीबीआई जांच की मांग करेंगे और उन्होंने कहा कि वह हर संभव प्रयास करेंगे की बहन गुरप्रीत को न्याय मिल सके और बुजुर्ग खनन व्यवसाई को भी पूरी तरीके से न्याय मिले ऐसी वह सरकार से मांग करेंगे।