नई दिल्ली/नोएडा : अगर आप की जेब में 57 हज़ार 500 रुपये है तो आप उस इस रकम से लाखों कमा सकते है! नोएडा एसटीएफ ने एक ऐसे ही गिरोह का भंड़ाफोड़ किया है जो लोगों को इस तरह के झांसे देकर उनसे मोटी रकम वसूल रहा था. हैरानी की बात यह है कि इस कंपनी के ग्राहकों की संख्या 100-200 या फिर 1000-2000 नहीं, बल्कि 7 लाख है.
लोगों की खून-पसीने की कमाई को लेकर यह कंपनी चंपत हो चुकी है. लोगों की कमाई अब डूब चूकि है. क्योंकि कंपनी के मालिक पर जालसाजी का आरोप लगा है. वो इस वक़्त एसटीएफ की गिरफ्त में है. दरअसल यूपी यूपीएसटीफ को शिकायत मिली थी कि नोएडा में सोशल ट्रेडिंग के नाम पर एक कंपनी अरबों रुपयों का कारोबार डिजिटल मार्केटिंग के जरिये कर रही है.
एसटीएफ के एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि एब्लेज इंफो सॉल्यूशंस नाम की कंपनी सेक्टर-63 में अपना ऑफिस है और इस कंपनी ने निवेशकों से मल्टी लेवल मार्केटिंग के जरिए डिजिटल मार्केटिंग के नाम पर एक बड़ी ठगी को अंजाम दिया है. उन्होंने बताया कि डिजीटल मार्केटिंग के नाम पर 3700 करोड़ रुपये का घोटाला है.
कम्पनी वर्चूअल वर्ल्ड में लगातार नाम बदल रही थी
अब पहले आपको बताते है कि आखिर ये कंपनी कैसे लोगों को चूना लगाती थी. सबसे पहले आपको एक पोर्टल से जुडना होता था…जैसे socialtrade.biz के पोर्टल से जुड़ने के लिए आपको 5 हजार 750 रूपये से लेकर 57 हजार 500 रूपये के बीच में कम्पनी के अकाउंट में जमा करने होते थे. उसके बदले वो हर सदस्य को हर क्लिक पर 5 रुपए घर बैठे देने का दावा किया जाता था. हर सदस्य को अपने नीचे 2 और लोगों को जोड़ना होता था. जिसके बाद उसे अतिरिक्त पैसे मिलते थे. इंफोर्समेंट एजेंसियों से बचने के लिए ये फ़्रॉड कम्पनी वर्चूअल वर्ल्ड में लगातार नाम बदल रही थी.
रुपये के आधार पर लाइक तय किये गए :
5750 रुपये देने पर 25 लाइक
11500 रुपये देने पर 50 लाइक
28750 रुपये देने पर 75 लाइक
57500 रुपये देने पर 125 लाइक
साल 2016 में ये टर्नओवर 37 अरब रुपये तक पहुंच गया
जब जांच की गई तो पता चला कि जो पेज लॉगिन के लिए दिया जाता था यो तो वो गलत यूआरएल होते थे या फिर आपस में मेंबर्स को ही एक दूसरे को लाइक करवा दिया जाता था. साल 2011 में कंपनी का सालाना टर्नओवर मात्र 1 लाख रुपये था और साल 2016 में ये टर्नओवर 37 अरब रुपये तक पहुंच गया. एसटीएफ के मुताबिक जब इस मामले की जांच चल रही थी तब ये बात अनुभव और कंपनी के बाकी मेंबर को भी इसकी भनक लग गई थी.