उत्तराखंड की वादियों में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का आलम यह हो चला है की गर्भवती माँ को सड़क पर बच्चे को जन्म देने पर मजबूर होना पड़ा, आपको बता दे कि जखोली ब्लाक के चौरा एएनएम सेंटर जो कि रुद्रप्रयाग जिले में आता है में ए एन एम् से प्रसव कराने से सिर्फ इसलिए इन्कार कर दिया कि प्रसव कक्ष की सफाई नहीं हुई थी।
इसके फलस्वरूप हुआ यह की गर्भवती माँ को बच्चे को सड़क पर ही जन्म देना पड़ा. इस पूरी घटना के बाद मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) सरोज नैथानी कहनाहै की पूरे मामले की जाँच करवाई जाएगी.
क्या है पूरी घटना
भटवाड़ी गांव की रहने वाली इंद्रा देवी अपनी गर्भवती बहू लक्ष्मी को लेकर निजी वाहन बुक कर जखोली स्थित एएनएम सेंटर पहुंची। इंद्रा देवी के अनुसार उन्होंने एएनएम से प्रसव पीड़ा का हवाला देकर बहू को भर्ती करने का आग्रह किया।
इंद्रा का आरोप है कि एएनएम बसंती सकलानी ने कहा के प्रसव कक्ष की सफाई नहीं हुई है। ऐसे में वह पीड़ित महिला को भर्ती नहीं कर सकती। एएनएम का कहना था कि यह सीएमओ का निर्देश है। इस बीच आसपास के लोग भी एकत्र हो गए और उन्होंने भी एएनएम को समझाने का प्रयास किया। जब बात नहीं बनी तो इंद्रा अपनी बहू को लेकर लौटने लगीं, लेकिन सड़क पर खड़े वाहन तक पहुंचने से पहले ही प्रसव वेदना बढ़ गई। इंद्रा ने आसपास की महिलाओं की सहायता से किसी तरह प्रसव कराया।