राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ विलुप्ति हो रही भाषाओं और बोलियों के संरक्षण में जुटेगा : शशिकांत दीक्षित!

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देहरादून: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ विलुप्ति हो रही भाषाओं और बोलियों के संरक्षण में जुटेगा : शशिकांत दीक्षित
सामाजिक सरोकारों से संघ निरंतर जुड़ा रहता है
अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ विलुप्त हो रही बोली और भाषाओं के संरक्षण का कार्य करेगा। यह प्रस्ताव अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में पारित हो गया है। वरिष्ठ समाजसेवी एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नये क्षेत्र कार्यवाह शशिकांत दीक्षित ने विश्व संवाद केंद्र राजपुर रोड पर पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने देश में प्रचलित विभिन्न भाषाओं एवं बोलियों को जीवित रखने का जीवित रखने का संकल्प लिया है। इस संदर्भ में इन भाषाओं और बोलियों के संरक्षण एवं संवर्धन का प्रस्ताव प्रतिनिधि सभा ने पास किया है। लगभग 40 वर्षों से संघ की सेवा में जुटे उत्तराखंड के पूर्व प्रांत कार्यवाह रह चुके श्री दीक्षित बैंक के वरिष्ठ अधिकारी से स्वैछिक सेवानिवृत्ति लेकर संघ कार्य में लगे और अब क्षेत्र कार्यवाह चुने गए हैं। यह घोषणा नौ 11 मार्च तक नागपुर में संपन्न अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में हुई। इस बैठक में पूरे देश से 1461 प्रतिनिधियों ने भागीदारी की जिसमें उत्तराखंड प्रांत के 24 प्रतिनिधि भी शामिल है।
क्षेत्र कार्यवाह शशिकांत दीक्षित ने बताया कि भारत की 197 बोलियां तथा भाषाएं संरक्षण की प्रतीक्षा में है जिनके अभाव में वह विलुप्ति के कगार पर है। उन्हें बचाने के लिए संघ निरंतर प्रयास करेगा। इसके लिए प्रदेश की सरकारों से भी आग्रह किया जाएगा कि वह इस संदर्भ में विशेष प्रयास करें। क्षेत्र कार्यवाह ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाएं, प्राथमिक शिक्षा तथा तकनीकी शिक्षा यदि आंचलिक भाषाओं में हो तो इससे भी भाषाओं का संरक्षण और संवर्धन होगा। संघ इस पक्ष का है कि क्षेत्रिय बोली और भाषाओं को वरीयता मिलनी चाहिए। इस संदर्भ में केंद्र तथा राज्य सरकारों से भी आग्रह किया गया है कि सभी कामकाज में भारतीय भाषाओं को  बढ़ाया जाए। इसलिए देश में विविध भाषाओं के संरक्षण एवं संवर्धन का प्रयास आवश्यक है।
श्री दीक्षित ने इस अवसर पर मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक तीसरे वर्ष संघ में सर कार्यवाह का चयन होता है, चौथी बार श्रीमान भैय्या जी जोशी इसी पद पर आगामी तीन वर्ष के लिए चयनित किए गए हैं। उनके कार्यकाल में संघ कार्य की बढ़ोतरी इतनी तेजी से हुई है जिसके कारण उन्हें पुन: इस पद पर चुना गया है। क्षेत्र कार्यवाह श्री शशिकांत दीक्षित ने बताया कि संघ की शाखाओं में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई है। मीडिया द्वारा पूछे गए प्रश्न के उत्तर में श्री दीक्षित ने कहा कि संघ में युवाओं की पैठ और बढ़ी है, इसका प्रमाण संघ द्वारा संचालित शिक्षा वर्ग है। उन्होंने कहा कि 2017 के विभिन्न प्रशिक्षण वर्गों में 18 से 40 आयु वर्ग के 116729 कार्यकताओं ने भाग लिया। यह इस बात का संकेत है कि युवा संघ की ओर विशेष प्रेरित हो रहे है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में उत्तराखंड के साथ पूरे देश में संघ की शाखाओं में भारी संख्या में बढ़ोतरी हुई है जिसमें युवा वर्ग विशेष रूप से भागीदार है।
श्री दीक्षित ने बताया कि वर्तमान में पूरे देश में 58 हजार 962 शाखाएं चल रही है, जबकि उत्तराखंड प्रांत में 1303 शाखाएं चल रही है।
क्षेत्र कार्यवाह ने बताया कि प्रत्येक प्रांत में कुछ विशेष कार्यक्रम संघ की ओर से संचालित किए जाते हैं जिसके पीछे समाज को कुटेवों से बचाना प्रमुख है। मेरठ प्रांत में आयोजित समरसता कार्यक्रम इसी का प्रमाण है जिसमें 115000 से अधिक कार्यकर्ता गणवेश पहनकर कार्यक्रम में शामिल हुए जिसमें एक लाख एक हजार 400 से अधिक कार्यकर्ता 40 वर्ष से कम आयु के थे। इस आयोजन में तीन लाख परिवारों से छह लाख भोजन पैकेट एकत्र किए गए थे, जिन्हें स्वयं सेवकों को वितरित किया गया। उन्होंने सांगठनिक जिम्मेदारियों समेत समाज के विभिन्न विषयों पर भी इस अवसर पर चर्चा की।

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