हरिद्वार/लक्सर – लक्सर क्षेत्र में राशन डीलर के भ्रष्टाचार के मामले चरम सीमा पर है। कई राशन डीलरों के खिलाफ न्यायालय के आदेश से मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, लेकिन उसके बाद भी राशन डीलर अपनी करतूतों से पीछे नहीं हट रहे हैं।
आम उपभोक्ता को सरकारी सस्ते गल्ले में मिलने वाला राशन नहीं मिल पा रहा है। लक्सर के सैठपुर गांव के राशन डीलर के खिलाफ न्यायालय के आदेश से मुकदमा दर्ज हुआ। सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान को अन्य राशन डीलर से सुपुर्द किया गया। ग्रामीणों ने दूसरे राशन डीलर की शिकायत लक्सर उप जिलाधिकारी से की।
लोगों का आरोप है कि राशन डीलर स्वयं राशन वितरण न करके ऐसे लोगों से राशन वितरण करा रहा है, जिनके खिलाफ पहले से ही न्यायालय में वाद विचाराधीन है। लक्सर उपजिलाधिकारी गोपाल राम बिनवाल ने मामले की जांच लक्सर तहसीलदार शालिनी मौर्य को सौंप दी।
मामले में लक्सर तहसीलदार शालिनी मौर्य मामले को रफा-दफा करने में जुट गई और उन्होंने जो रिपोर्ट लक्सर उप जिलाधिकारी को सौंपी, उसमें राशन डीलर को राहत दे दी गई। जबकि लक्सर उप जिलाधिकारी को मुहैया कराई गई तस्वीरों में अन्य राशन डीलर राशन वितरण करते साफ नजर आ रहे हैं। राशन वितरण करने वाले राशन डीलर पहले से आरोपित है। लक्सर तहसीलदार शालिनी मौर्य सेठपुर के वर्तमान राशन डीलर को बचाने में जुटी हुई है।लोगों के बीच मामले को लेकर काफी रोष है।सवाल यह है।कि जब प्रशासन को मौके की वीडियो व फोटो उपलब्ध करा दिए गए।तो लक्सर प्रशासन उक्त राशन डीलर को बचाने में क्यों लगा है।
लक्सर उप जिलाधिकारी गोपाल राम बिनवाल का कहना है कि तहसीलदार द्वारा जो रिपोर्ट मुझे सौंपी गई है। इसमें राशन डीलर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं बनती है। सवाल यह उठता है कि क्या तस्वीरें झूठ बोल रही है। आम उपभोक्ता झूठ बोल रहा है या प्रशासन मामले को रफा-दफा करना चाहता है।ऐसा क्या कारण है कि लक्सर प्रशासन आरोपी राशन डीलर को बचाने में लगा हुआ है।