देहरादून। संतों का संघर्ष सतह पर आ गया है। इसका प्रमाण महंत रामानंद पुरी द्वारा महंत रविंद्रपुरी पर हत्या की आशंका जताना है। महंत रामानंद पुरी ने कहा कि महंत रविंद्रपुरी किसी भी तरह उन्हें अखाड़े में बुलाकर उनकी हत्या करना चाहते हैं। महंत रामानंदपुरी का आरोप है कि पहले भी महंद्र रविंद्रपुरी नकली प्रमाण पत्रों के जरिये मेरी संपत्ति हथियाने का प्रयास कर चुके हैं। उन्होंने अन्य तीन संतों नरेंंद्रपुरी, रविंद्रपुरी और आशिषगिरी पर भी आरोप लगाया है तथा कहा है कि इन लोगों की दृष्टि उनकी संपत्ति पर है। यही कारण है कि पिछले दिनों उन लोंगों मुझे बंधक बनाकर मेरे नकली हस्ताक्षर कर मेरा इस्तीफा प्रस्तुत किया जो पूरी तरह गलत था। इस संदर्भ में मैंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार, अपर महानिरीक्षक पुलिस तथा गृह सचिव को अपना पत्र भेजा है जिसकी जांच चल रही है।
महंत रामानंद पुरी ने साफ कहा कि आज मैं स्तंत्रत हूं, बंधन से मुक्त हो गया हूं, लेकिन रविंद्रपुरी मुझे अखाड़े में बुलाकर मेरी हत्या करना चाहते हैं। उन्होंने इसके लिए ईश्वर को धन्यवाद दिया तथा कहा कि रविंद्रपुरी और नरेंद्रगिरी इस संदर्भ में लगातार प्रयासरत है। उन्होंने प्रशासन से दोषियों को दंड देने की मांग की तथा कहा कि उनके प्राणों की रक्षा के साथ-साथ उनकी संपत्ति की भी रक्षा की जाए अन्यथा यह आरोपी कभी भी कुछ भी कर सकते हैं।