लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने आईपीएस हिमांशु कुमार को अनुशानहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया है. तीन दिन पहले हिमांशु कुमार ने ट्विट करके दावा किया था, कि योगी सरकार बनने के बाद यूपी में यादव सरनेम वाले पुलिसकर्मियों के तबादले की होड़ लग गई है. अपने ऊपर हुई इस कार्रवाई के बाद आईपीएस अधिकारी ने एक ट्वीट कर कहा कि ‘सत्यमेव जयते’…
पुलिस मुख्यालय में तैनात आईपीएस हिमांशु कुमार ने ट्विट किया था
लखनऊ में पुलिस मुख्यालय में तैनात आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार ने ट्विट करके लिखा था कि योगी सरकार बनते ही ‘यादव सरनेम वाले पुलिसकर्मियों को सस्पेंड या रिजर्व लाइन में भेजने की होड़ लग गई है.’ हालांकि विवाद के बाद आईपीएस ने ट्वीट हटा दिया था. लेकिन, इस ट्वीट के बाद विभाग में हड़कंप मच गया था.
दूसरा ट्वीट कर लिखा कि मेरे ट्वीट को गलत समझा गया है
हालांकि बाद में हिमांशु कुमार ने दूसरा ट्वीट कर लिखा कि मेरे ट्वीट को गलत समझा गया है, मैं सरकार के इस कदम का समर्थन करता हूं.’ आपको बता दें कि हिमाशुं कुमार 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. इससे पहले वह फिरोजाबाद में एसपी थे.
हिमांशु के इस बगावती ट्वीट ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा था और कई लोगों ने उनके ट्वीट को रीट्वीट करना शुरू कर दिया था. सूत्रों के मुताबिक योगी सरकार ने अनुशानहीनता के आरोप में हिमांशु कुमार को सस्पेंड किया है.
हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि हिमांशु कुमार बिहार में एक मुक़दमे में वांछित चल रहे हैं. उनकी पत्नी प्रिया ने उनके खिलाफ दहेज़ उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया है. उनके खिलाफ बिहार की एक अदालत ने बेलेबल वारंट भी जारी किया है.