देहरादून – चारधाम यात्रा को शुरू हुए अभी 20 दिन ही हुए है और अभी तक चारों धामों में करीब 9 लाख श्रधालुओं ने दर्शन कर लिए है। चारों धामों में मौसम श्रधालुओं की कड़ी परीक्षा ले रहा है इसके बावजूद भी तीर्थयात्रियों में चारधाम को लेकर भरी उत्साह है। तीन मई को अक्षय तृतीय के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हुई थी, जबकि केदारनाथ मंदिर के कपाट 6 मई और बदरीनाथ मंदिर के 8 मई को कपाट खुले थे। अकेले केदारनाथ धाम में ही दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा तीन लाख के करीब पहुंच गया है। जून पहले सप्ताह तक चारों धामों में दर्शन के लिए वहन क्षमता के अनुसार पंजीकरण फुल है।
बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि 23 मई तक चारों धामों में 9 लाख से अधिक यात्री दर्शन कर चुके हैं। 22 मई तक बदरीनाथ धाम में 281584, केदारनाथ धाम में 298234, गंगोत्री में 173138, यमुनोत्री धाम में 127617 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए।
चार धाम व हेमकुंड साहिब में दर्शन के लिए अब तक करीब 20 लाख श्रद्धालु पंजीकरण कर चुके हैं। तीर्थयात्रियों की सुविधा व सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चार धाम व हेमकुंड साहिब में प्रतिदिन दर्शन के लिए यात्रियों की संख्या निर्धारित की गई है। तीर्थयात्रियों की बढ़ती हुई संख्या को ध्यान में रखते हुए पर्यटन विभाग ने सलाह दी है कि किसी भी असुविधा से बचने के लिए पंजीकरण की उपलब्धता की जांच के बाद ही चार धाम व हेमकुंड साहिब में दर्शन के लिए होटल, हेली सेवा समेत अन्य बुकिंग करें।
पंजीकरण से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) में बने कॉल सेंटर पर सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक संपर्क कर सकते हैं। पर्यटन विभाग ने तीर्थयात्रियों व स्थानीय व्यापारियों समेत छोटे दुकानदारों से अपील करते हुए कहा कि चार धाम, हेमकुंड साहिब और यात्रा मार्गों, मंदिर परिसर, नदियों व आसपास के इलाकों में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।
यात्रा मार्गों पर कई जगहों पर कूड़ेदान लगाए गए हैं। इसलिए कूड़ा डालने के लिए कूड़ेदान का प्रयोग करें।। चार धाम व हेमकुंड साहिब करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र है। इन स्थानों पर सफाई रखकर पर्यावरण संरक्षण में सहयोग दे सकते हैं।