समाजवादी संग्राम ठंडा होने का नाम नही ले रहा। संग्राम को शांत कराने के लिए कुछ उम्मीदें आजम खान से लगायी जा रही है पर मुलायम के मीटिंग रद्द करने की वजह से ये आशा भी निराशा में बदल गई। अब खबर से कि अखिलेश नेता जी से मिलने पहुंचे है।
सपा घामासान जहां पार्टी के गले की फांस बना गया है वहीं लोग भी मानो इस युद्ध को देखते देखते थक गए है। ऐसे में अखिलेश और मुलायम में अगर बात नही बनी तो यूपी में समाजवादी संकट का असर कही चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी को न चुकाना पड़े। सोमवार को मुलायम अपना दुखड़ा लेकर दिल्ली में चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे तो आज बेटे अखिलेश की तरफ से साइकिल पर दावा ठोकने के लिए चाचा प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने चुनाव आयोग से मुलाकात की।
अब खबर है कि अखिलेश पिता से मिलने पहुंचे है। इन सब में खास ये है कि अखिलेश कई शर्तो के साथ नेता जी मिलने गए है जिसमें सबसे बड़ी शर्त ये है कि अखिलेश चाहते है कि यूपी चुनावों से चाचा शिवपाल यादव को दूर रखा जाए। इसके अलावा यूपी चुनाव के उम्मीदवारों की सूची सिर्फ मुलायम और अखिलेश ही तय करे। ऐसे में मुलायम के लिए धर्म संकट की स्थिति पैदा होने वाली है कि वो बेटे अखिलेश का साथ देगें। या भाई मोह में फसेंगे। ये तो अखिलेश की मुलायम से मुलाकात के बाद ही पता चलेगा।