हरिद्वार – मानसून की देखते हुए राजाजी टाइगर रिजर्व में रविवार से मॉनसून गस्त की शुरुआत हो गई। राजाजी टाइगर रिजर्व के पूर्वी क्षेत्र की तीनो रेंज चीला, गोहरी व रवासन की संयुक्त टीमों ने अपने अपने मुख्यालय से गस्ती अभियान की शुरुआत की। सुबह पांच बजे से शुरू हुए इस अभियान में तीनों रेंजो की कई टीमें हाथियों को साथ लेकर राजाजी के मुंढाल सेंटर पर पहुंची।
गैरतलब है कि हर साल गंगा तटिये क्षेत्रों से शिकारियों की घुसने की आशंका बनी रहती है। सबसे ज्यादा संवेदनशील चीला व गौहरी रेंज को माना जाता है। इसके साथ ही लैंसडौन वन प्रभाग से सटी रावसन यूनिट को भी संवेदनशील माना जाता है। ऊंची पहाड़ियां होने के चलते यह क्षेत्र विषम परिस्थितियों से भरा हैै। जिसके चलते यहां पर गश्त करना महकमे के लिए हमेशा टेढ़ी खीर रहा है। वही चीला व गोहरी रेंज हरिद्वार और ऋषिकेश के बीच मुख्य मार्ग से जुड़ी हुई है। इस मार्ग पर अक्सर वाहनों की आवाजाही बनी रहती है।
साल भर चलने वाली नियमित पेट्रोलिंग के साथ ही, मॉनसून के दौरान इस क्षेत्र में पार्क महकमा विशेष सतर्कता बरतता है। मानसून गस्त को लेकर महकमे ने कई तैयारियां की है। हर रेज में कई युवा कर्मियों की चार चार टीमें बनाई गई है। हर टीम में 10 लोगो को रखा गया है। ये युवा वनकर्मी समय समय पर रोटेशन के तहत गस्त कर उसका ब्यौरा मुख्यालय को सौंपेंगे।