अक्टूबर का माह पूरे विश्व में स्तन कैंसर जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है। आंकड़े बताते है कि स्तन कैंसर से भारत में हर छह मिनट में एक महिला की मृत्यु हो जाती है। अक्टूबर के माह में स्तन कैंसर जागरूकता के कई कार्यक्रम किये जाते है। स्तन कैंसर की जागरूकता इसलिए जरूरी है क्योंकि स्तन कैंसर का इलाज तभी संभव है जब इसकी पहचान जल्दी हो जाएं। जल्दी पहचान के लिए यह ज़रूरी है की महिलाओं को स्तन कैंसर के शुरुवाती लक्षण और जोखिम कारको की जानकारी हो।
भारत में महिला स्वास्थ, स्तन और सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए कार्य करने वाली संस्था कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन की अध्यक्षा स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ सुमिता प्रभाकर सभी महिलाओं से कैन ऐप को डाउनलोड करने की अपील करती है। उनका कहना है कि जिस बीमारी से भारत में इतनी महिलाओं की मृत्यु हो रही हो उसकी रोकथाम के लिए हर महिला को कदम बढ़ाना चाहिए और अपने मोबाइल में कैन ऐप को डाउनलोड ज़रूर करना चाहिए।
क्या है कैन ऐप
कैन ऐप स्तन कैंसर जागरूकता के लिए बनायीं गयी मोबाइल ऐप है। कैन ऐप निःशुल्क हैं और इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। कैन ऐप छह भाषाओँ हिंदी अंग्रेजी, गढ़वाली, कुमाउनी, जौनसारी, और अवधि भाषा में उपलब्ध है। कैन ऐप को डॉ सुमिता प्रभाकर के सुझावों से कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन द्वारा बनाया गया है।
क्या है कैन ऐप के फायदे
कैन ऐप स्तन कैंसर जागरूकता के लिए शिक्षित करता है। डॉ सुमिता प्रभाकर का मानना है की कैंसर से रोकथाम के लिए यह ज़रूरी है की सभी तक कैंसर शिक्षा पहुंचे। कैन ऐप कैंसर रोकथाम और कैंसर के जल्दी निदान को बढ़ावा देता है। स्तन कैंसर के जल्दी निदान के लिए स्तन स्वयं परिक्षण एक महत्वपूर्ण परिक्षण है। कैन ऐप में महिलाएं स्तन स्वयं परिक्षण सीख सकती है। कैन ऐप स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर की पूर्ण जानकारी देता है और यह जानकारी कैंसर रोकथाम के लिए होती है। कैन ऐप डाउनलोड करके महिलाएं कैंसर जोखिम को कम कर सकती है। यह बताना बहुत ज़रूरी है कि स्तन कैंसर किसी भी महिला को हो सकता है। इसलिए स्तन कैंसर की जल्दी पहचान के लिए सभी महिलाओं को सचेत रहना चाहिए।
अक्टूबर माह में कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन द्वारा पूरे महीने निःशुल्क स्तन स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन देहरादून के सी एम् आई अस्पताल में किया जा रहा हैं। शिविर में प्रतिदिन कई महिलाएं आती है और संस्था के द्वारा सभी महिलाओं को कैन ऐप की जानकारी दी जाती है। डॉ सुमिता बताती है की स्तन कैंसर का जल्दी निदान ही इसकी रोकथाम है।