महाकुंभ का मुख्य शाही स्नान सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ:- मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत

हरिद्वार- कुम्भ मेला का मुख्य शाही स्नान सकुशल और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो गया है। मेष संक्रांति के स्नान पर विगत के कुम्भ मेलों में घटित कुछ अप्रिय घटनाओं के इतिहास और को विभाजित की महान चुनौतियों को देखते हुए शाही स्नान को सुव्यवस्थित व निर्विघ्न संपन्न होने के नाते एक बड़ी चुनौती माना जा रहा था। इन चुनौतियों के बीच मुख्य शाही स्नान बिना किसी अप्रिय घटना के सफलतापूर्वक संपन्न हो गया है। सायं तक 13 लाख 51 हजार श्रद्धालु कुम्भ क्षेत्र के विभिन्न घाटों पर स्नान कर चुके थे। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कुम्भ मेले के मुख्य शाही स्नान के सकुशल सम्पन्न होने पर मेले से जुडे़ अधिकारियों, कर्मचारियों, सुरक्षाकर्मियों, स्वयं सेवी संस्थाओं सहित सभी जनमानस को जीत देते हुए हार्दिक आभार किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड -19 की चुनौतियों का सामना करते हुए मेले से जुड़े अधिकारियों और कर्मिकों ने जिस नैतिकता से कुम्भ की व्यवस्थाओं को संभाला और देश-विदेश के श्रद्वालुओं को सुविधाएं उपलब्ध करायी, वह सरहनीय है। शाही स्नान सकुशल सम्पन्न होने से राज्य सरकार की दिव्य-भव्य और सुरक्षित कुम्भ की परिकल्पना भी साकार हुई है। मुख्यमंत्री ने कुम्भ मेले से सफल आयोजन का सामूहिक प्रयासों का नतीजा बताते हुए साधु-संतों, अखाडों, मेला क्षेत्र की जनता, व्यापारियों, गंगा सभा, तीर्थ पुरोहितों, मीडियाकर्मियों, स्वयंसेवी संगठनों आदि के भी अत्यधिक उल्लेखनीय सहयोग रहा है। जिसके लिए सभी लोग बधाई के पात्र हैं।

मेला अधिकारी दीपक रावत ने शाही स्नान सम्पन्न होने के बाद मीडिया सेंटर कुम्भ मेला में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कुम्भ मेलों के बैसाखी के शाही स्नानों में कुछ छोटी मोटी घटनाएं हुई थीं, इसलिए मेला प्रशासन और पुलिस के आपसी सहयोग से। यह सफल बनाने की पूरी कोशिश की थी और इसमें हम सब सफल रहे। उन्होंने इस सफलता के लिए पुलिस, स्वयंसेवी संस्थाओं और सफाई कर्मियों के अलावा व्यापारी व आम जनता का भी आभार प्रकट करते हुए कहा कि थोड़ी बहुत परेशानी के बावजूद उन्होंने पूरे दिल से प्रशासन का साथ दिया। उन्होंने बताया कि कोरोना के मध्यनजर जिला स्वास्थ्य विभाग व मेले में संलग्न अन्य एजेंसियों के माध्यम से प्रतिदिन लगभग 50 हजार टेस्ट हो रहे हैं।

पुलिस महानिरीक्षक संजय विन्याल ने बताया कि मेला क्षेत्र की सीमाओं पर श्रद्धालुओं के कोबिद सर्टिफिकेट की सघन जांच हो रही है, जिसके कारण सर्टिफिकेट न होने पर अब तक 56 हजार श्रद्धालुओं को सीमा तक ही वापस लौटाया जा चुका है। उन्होंने शाही स्नान को सफलता से आयोजित करने में राज्य की पुलिस सहित केंद्रीय फाइसैनिकों बलों, अन्य राज्यों की पुलिस और पीएससी, होर्डिंग्स आदि की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि इस बार पुलिस, केंद्रीय सुरक्षाबलों के अतिरिक्त पहले बार एन। एस जी को भी तैनात किया गया था। कोरोना काल के बावजूद शाम तक लगभग 13 लाख 51 हजार लोग गंगा में पवित्र डुबकी लगा चुके हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुम्भ मेला जनमेजय खण्डूड़ी नेग मेला में सुरक्षा व्यवहारस्थियों की जान दी।

 

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