
देहरादून। उत्तराखंड के मसूरी में हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ता मसूरी अध्यक्ष कुलदीप जदवान और मसूरी भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल के नेतृत्व में मसूरी एसडीएम कार्यलाय पहुंचे। उन्होंने एसडीएम मसूरी के माध्यम से मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत को ज्ञापन भेजा है, जिसमें ईसाई मिशनरीज द्वारा चलाये जा रहे एनजीओ के सदस्यों द्वारा हिन्दू धर्म के व्यक्तियों को बहला फुसलाकर एवं प्रलोभन देकर धर्मान्तरण करवाये जाने की शिकायत की है| मंच के पदाधिकारियों ने दोषी व्यक्तियो के विरूद्ध उचित कार्यवाही किये जाने की मांग की है और जल्द कार्यवाही ना होने की दशा में उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है।
दरअसल, मसूरी भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल, हिन्दू जागरण मंच अध्यक्ष कुलदीप जदवान और भाजपा नेता शशि रावत ने कहा कि मसूरी और आसपास के क्षेत्रो में कुछ समय से ईसाई मिशनरीज द्वारा चलाये जा रहे एनजीओ के सदस्यों द्वारा हिन्दू धर्म के व्यक्तियो को बहला फुसलाकर एवं प्रलोभन देकर बडे़ पैमाने पर धर्मान्तरण करवाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनो सरकार द्वारा धर्मान्तरण जैसे गंभीर विषय में कार्यवाही करते हुए इसको कानूनी जुर्म माना है तथा कठोर कार्यवाही का प्रवाधान किया गया है लेकिन मसूरी में कानून का उलंघन करते हुए एसेम्बली ऑफ गॉड नामक संस्था के रमन कपूर द्वारा हिन्दू धर्म के व्यक्तियों ईसाई धर्म में धर्मान्तरित करवाया जा रहा है। जिसके साथ सुरेन्द्र सिंह व अन्य संस्था के सदस्यो द्वारा धर्मान्तरण करवाया जा रहा है।
उन्होंने बताया की मसूरी के भगतकोट, कैमल्स बैक रोड, मसूरी में रहने वाला नेपाली परिवार धर्मान्तरण के काम में लगे हुए है जो लोगो के घर-घर जाकर उनको प्रलोभन देकर धर्मान्तरण करवा रहे हैं। इसके अलावा हेकमन्स कंपाउंड, मालरोड, मसूरी में भी एक पूरा परिवार इस अवैध धर्मान्तरण के कार्य में लिप्त है| जिनका मुख्य कार्यक्षेत्र बारह कैंची, ब्राइडल रोड, कुलडी, मसूरी है। इसके अलावा भी बार्लोगंज, भट्टा. क्यारकुली, श्रीनगर एस्टेट, इंदिरा कॉलोनी आदि क्षेत्रों में भी ईसाई मिशनरीज के व्यक्तियो द्वारा घर घर जाकर लोगो को अवैध तरीके से ईसाई धर्म में धर्मान्तरित करवाया जा रहा है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि हिन्दू समाज के व्यक्तियों की भावनाओ व भावनात्मक सुरक्षा प्रदान करने के लिये मसूरी शहर व आसपास के क्षेत्रों में ईसाई मिशनरीज और इससे जुडे अन्य संगठनो के सदस्यों के विरूद्ध उचित जांच करवाकर कानूनी कार्यवाही किये जाये।


