देहरादून/मसूरी – मसूरी में देर रात को मसूरी हाथीपांव कार्ट मैकेंजी रोड पर दो अलग-अलग हादसों में दो कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई, जिसमें सवार 10 लोगों में से एक की मौत हो गई। अन्य 9 लोगों घायल हो गये। वहीँ अन्य तीन लोगों को देहरादून हायर सेंटर रेफर किया गया व 6 का प्राथमिक उपचार मसूरी के उप जिला चिकित्सालय में किया जा रहा है।
मसूरी पुलिस ने बताया कि देर रात को मसूरी हाथीपांव रोड कार्ट मैकेंजी रोड पर डेरा माइंस के पास करीब एक बजे रात एक कार अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। जिसमें सवार 5 लोग घायल हो गए। स्थानीय लोगों पुलिस और फायर सर्विस की मदद से रेस्क्यू कर 108 एंबुलेंस से मसूरी उप जिला चिकित्सालय भिजवाए गया। वहीं 1 घंटे बाद एक और कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई, जिससे 5 युवक सवार थे। जिसको स्थानीय लोगों, पुलिस और फायर सर्विस के जवानों की मदद से रेस्क्यू कर 108 एंबुलेंस की मदद से अस्पताल भेजा गया। जिसमें एक 26 वर्षीय युवक की मौत हो गई। उन्होने बताया की दोनो कारों में सवार देहरादून के रहने वाले है और मसूरी जॉर्ज एवरेस्ट और अन्य जगह से घूम कर वापस देहरादून जा रहे थे। देर रात को घना कोहरा और बारिश होने के कारण हादसा हुआ।
उन्होंने कहा कि दोनो घटना की जांच की जा रही है। वही मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटना की सूचना मिलते ही मसूरी भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल लिया वह अस्पताल में पोस्टमार्टम करने के लिये कर्मचारी न होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पूर्व में पोस्टमार्टम करने वाले कर्मचारी का पौडी ट्रांसफर हो गया था जिसके बाद अन्य कर्मचारी का मसूरी अस्पताल में नियुक्ति नहीं हो पाई ऐसे में डेली वेजेस वाले कर्मचारी को भी पोस्टमार्टम करने के लिये अधिकृत नही किया गया है उन्होने सीएमओं को तत्काल मसूरी में पोस्टमार्टम करने के लिये कर्मचारी की नियुक्ति करने की मांग की है।
उन्होने कहा कि मसूरी में मसूरी और आसपास के क्षेत्र के लोग उप जिला चिकित्सालय पर ही स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये निर्भर है ऐसे में उनके द्वारा मसूरी विधायक और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से मसूरी के उप जिला चिकित्सालय में पैरामेडिकल स्टाफ और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नियुक्ति के साथ पोस्टमार्टम हाउस अस्पताल के पास ही बनाये जाने की मांग की गई है। घटना की सूचना पर पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल भी घायलों का हालचाल लेने पहुचे और अस्पताल में स्टाफ की कमी को लेकर नाराजगी व्यक्त की।