नोटबंदी के बाद से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नोटबंदी के विरोध में है। ममता का विरोध इतना तगड़ा रहा कि उन्होंने मोदी सरकार के खिलाफ जागरूकता रैलिया भी निकाली। आए दिन ममता कोई न कोई टिप्पणी केद्र सरकार के खिलाफ कर रही है। ममता ने ताजा टिप्पणी आयकर विभाग द्वारा डो जा रहे छापों को लेकर की है। ममता ने बीजेपी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि आयकर विभाग सिर्फ गैर बीजेपी के यहां ही क्यों छापे मार रही है। ये छापे अमित शाह के वहां क्यो नही डाले जा रहे।
आयकर विभाग के छापे को “बदले” की कार्रवाई बताया है। उन्होंने प्रधान सचिव राम मोहन राव के घर छापे की तुलना अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव पर पड़े छापों से की है। केंद्र पर आरोप लगाते हुए ममता ने लिखा कि सिर्फ विरोधी पार्टियों को ही निशाना बनाया जा रहा है और गैर-बीजेपी वोलों पर नहीं।
ममता ने ट्विटर पर लिखा है कि ‘कुछ दिन पहले अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव पर छापा मारा गया अब मैंने तमिलनाडु के प्रधान सचिव पर छापे के बारे में पढ़ा’। ममता ने इस कार्रवाई को अनैतिक बताते हुए पूछा कि ‘क्या इससे सिर्फ लोकतांत्रिक ढांचे को नक्सान नहीं होगा’. उन्होंने कहा कि जांच एजैंसी को छापा मारने से पहले राज्य सरकार को भरोसे में लेना चाहिए था। प्रधान सचिव को पद से हटाने के बाद ही कोई कार्रवाई की जानी चाहिए थी।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि अमित शाह और अन्य लोगों पर छापे क्यों नहीं मारे जाते जो धन जमा कर रहे हैं। इसके अलावा दिल्ली और पटना में ममता ने सरकार के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया था।