देहरादून। ‘जाको राखे साइंया, मार सके न कोय, बाल न बांका कर सके जो जग बैरी होय’ यह पंक्ति पूरी तरह चरितार्थ होती है दुर्घटनाग्रस्त एक परिवार पर। यह घटना रामनगर नेशनल हाइवे में हल्दुवा गांव के समीप घटी, जहां एक कार के पेड़ से टकरा गई। इस टक्कर में चालक समेत चार लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। मात्र 2 वर्ष का एक बच्चा जीवित बचा है। तीन मृतक एक ही परिवार के है। 14 अप्रैल की प्रातकाल कार से पांच लोग देहरादून से हल्द्वानी जा रहे थे। रामनगर से 11 किलोमीटर पहले हल्दुआ गांव के पास चालक वाहन पर नियंत्रण खो बैठा और कार पेड़ से टकरा गई। इस भीषण टक्कर में कार चालक सूरत सैनी पुत्र राम गोपाल निवासी राजनगर हरिद्वार, पूजा , उसके पति हिमांशु असवाल निवासी हिमाद्री लेन नम्बर 4 नेहरुग्राम नत्थनपुर देहरादून एवं पूजा की सास सरोज बाला की मौके पर ही मृत्यु हो गई। इसे संयोग ही कहेंगे कि इस भीषण दुर्घटना का पूजा का दो साल का बच्चा बच गया। मृतकों को काशीपुर 108 एम्बुलेंस से रामनगर सयुंक्त चिकित्सालय भेजा गया। पूजा का मायका हल्दावनी का है जहां पूरा परिवार जा रहा था और बच्चे को छोड़कर परिवार दुर्घटना का शिकार हो गया।