समाजवादी पार्टी में अंदरूनी कलह के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और पार्टी प्रमुख आज पार्टी कार्यालय पहुंचे. जिसमें सीएम ने अपने बचाव में जमकर दलीले सामने रखी. उन्होंने अपने भाषण के दौरान इस्तीफे की पेशकश की.
अखिलेश यादव ने कहा कि नेताजी ने अन्याय के ख़िलाफ़ लड़ना सिखाया. भरे गले से उन्होंने कहा कि कई लोग ग़लतफ़हमी पैदा कर रहे हैं. साथ ही अखिलेश यादव ने कहा कि मेरे पिता मेरे लिए गुरु हैं. उन्होंने साफ किया कि मेरे काम पर ही चुनाव होगा. नेताजी के आशीर्वाद से सीएम बना. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मैं ही बाटूंगा.
इस झगड़े का ठिकरा शिवपाल के सिर पर फोड़ते हुए अखिलेश ने कहा कि अगर लगता है कि उनके हट जाने से सबकुछ ठीक हो सकता है तो वो इस्तीफा देने को तैयार हैं. अखिलेश ने कहा, “अगर नेताजी ने कहा होता तो मैं सीएम पद से इस्तीफा दे देता.”
अखिलेश ने नई पार्टी बनाने के अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि इस पार्टी के 25 साल पूरे हो रहे हैं और वो किसी भी हालत में नई पार्टी नहीं बनाएंगे.