नई दिल्ली। आंतकवाद के खिलाफ भारत सख्त फैसले लेने को तैयार है। इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय ठोस सबूतों वाला डोजियर पाकिस्तान को भेजने की तैयारी में है। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकी बहादुर अली के खुलासे और कबूलनामे के बाद अब भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को घेरने का मन बना चुका है। इस मामले में जिंदा आंतकी बहादुर अली ने NIA को बताया कि पाकिस्तानी सेना ने उसे ट्रेनिंग दी और उसे बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद कश्मीर में आग भड़काने के लिए भेजा गया था.
पीएमओ ने एनआईए से अब तक की जांच और उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी ली. एनआईए ने गृह मंत्रालय के जरिए रिपोर्ट भेजी. एनआईए ने आतंकी से बरामद वायरलैस सैट आईकोम कंपनी से संपर्क किया है, ताकि ये पता लगाया जा सके कि वायरलैस कहां किसे बेचे गए थे और कितने में बेचे गए थे. एनआईए का कहना है कि आईकोम कंपनी सहयोग कर रही है.
एनआईए ने बहादुर अली से पाकिस्तान के संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउडेंशन की पूरी जानकारी ली. ये संगठन लश्कर का फ्रंट एनजीओ है. इस संगठन में बहादुर अली काम कर चुका है.