विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने पर भाजपा के कई नेता बगावती तेवर अपनाते हुए चुनावी मैदान में कूद गए थे। भाजपा को उम्मीद थी कि नामांकन वापसी के अंतिम दिन तक इन सभी को मना लिया जाएगा और ये सभी नाम वापस ले लेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
पार्टी के प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल ने बताया कि निष्कासित किए जाने वालों में पूर्व विधायक आशा नौटियाल, ओम गोपाल रावत व राजीव अग्रवाल के साथ सूरतराम नौटियाल, धनीलाल शाह, प्रेम लाल त्रिकुटिया, राजेश्वर प्रसाद पैन्यूली, लक्ष्मी अग्रवाल, रविंद्र पनियाला, संदीप गुप्ता, कुशलपाल सैनी, कविंद्र ईष्टवाल, किशन सिंह भंडारी, प्रमोद नैनवाल, हेम आर्य, हरेंद्र सिंह दरम्याल और सीमा चौहान शामिल हैं। प्रतापनगर से टिकट न मिलने पर पैन्यूली ने भी पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया था।
वहीं, पूर्व मंत्री दिवाकर भट्ट भी देवप्रयाग से टिकट नहीं मिलने पर बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी मैदान में आ गए। भट्ट ने भी तभी पार्टी छोड़ दी थी, पर उन्हें निष्कासित नहीं किया गया। इसी तरह से भाजपा से जुड़े और रायपुर विस सीट से बागी महेंद्र्र ंसह नेगी, गदरपुर से शंकर नागरकोटि व गंगोलीहाट से खजान गुड्डू पर भी कार्रवाई नहीं की गई है।