चुनाव में नांमाकन भरने के लिए उम्मीदवार पूरे जोश में दिख रहे है।पर कांग्रेस के बागी नेता यशपाल आर्या के नांमाकन जुलूस के दौरान कुछ ऐसा हो गया जिसकी कल्पना भी उन्होंने नही की होगी।
खबर है कि बाजपुर में जब यशपाल आर्या बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर नांमाकन के दौरान जुलूस में दो गुटो के बीच झड़प हो गई। सूत्रों के मुताबिक जुलूस के दौरान कुछ लोगों ने फायरिंग भी की। फायरिंग के वक्त वहां अफरा तफरी मच गई। हंड़कंप में कुछ लोगों के घायल होने की खबर है। वहीं बताया गया है कि यशपाल आर्या को किसी तरह की हानि नही हुई है।
जानकारी के अनुसार कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल यशपाल आर्य ने आज सुबह एसडीएम कोर्ट में नामांकन पर्चा दाखिल कराया। इसके बाद उन्होंने सांसद भगत सिंह कोश्यारी की उपस्थिति में मंडी समिति में जनसभा की। यहां से आर्य को नामांकन के लिए दूसरा सेट दाखिल करने के लिए जुलूस के रूप में दोबारा एसडीएम कोर्ट जाना था।
सभा के बाद आर्य के साथ कांग्रेस छोड़कर आए पुराने कांग्रेसी कुलविंद्र सिंह की किसी बात को लेकर भाजपा नेता सुरेंद्र नामधारी से विवाद हो गया। विवाद इतना बड़ा कि दो गुट आमने सामने हो गए। आरोप है कि इसी बीच किसी ने मंच से हवाई फायरिंग कर दी। वहीं आर्य समर्थकों ने इसे यशपाल आर्य की हत्या की साजिश का प्रयास बताया।
अब बड़ा सवाल ये है कि जुलूस के दौरान लोगों के पास हथियार रखने की अनुमति किसने दी। इस घटना से प्रशासन सख्ते में आ गया है। सूत्रों की मानें तो मामले को रफा दफा करने के लिए प्रशासन पर दबाव भी बनाया जा रहा है। अब नांमाकन जुलूस में इस प्रकार हथियार लाना प्रशासन की सुरक्षा और चौकसी पर सवाल उठाता है।