लाहौर: आतंकी संगठन जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद को पाकिस्तान सरकार ने नजरबंद कर लिया है. हाफिज को लाहौर में जमात के दफ्तर में नजरबंद किया गया है. पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री चौधरी निसार अली खान ने भी संकेत दिए हैं कि हाफिज सईद और उसके संगठन जमात उद दावा पर भी कार्रवाई की तैयारी हो रही है. संगठन पर पाकिस्तान सरकार एक-दो दिन में बड़ा फैसला कर सकती है.
उधर, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने अमेरिका की यात्रा पर प्रतिबंध लगाए गए मुस्लिम बहुल राष्ट्रों की सूची में अपने देश को शामिल करने की संभावना के खिलाफ ट्रंप प्रशासन को चेताया कि इस तरह का कदम दोनों देशों के बीच ‘‘वैमनस्य’’ उत्पन्न करेगा. बिलावल ने यह टिप्पणी ऐसे समय में दी है जब व्हाइट हाउस उन सात मुस्लिम बहुल देशों की सूची में विस्तार करने पर विचार कर रहा है जिनके नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर 90 दिन के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है. उन्होंने कहा, जहां तक प्रतिबंध का संबंध है तो मुझे लगता है कि जिन देशों को इसमें शामिल किया गया है इसका उन पर हानिकारक प्रभाव पड़ेगा और अगर इसमें पाकिस्तान को शामिल किया जाएगा तो यह कदम वैमनस्य उत्पन्न करेगा. वह इस सवाल पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि क्या उन सात देशों की सूची में पाकिस्तान को भी शामिल किया जा सकता है जिनके नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर 90 दिन की रोक संबंधी शासकीय आदेश पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह हस्ताक्षर किए थे.
बिलावल ने कहा कि इस तरह की सूची में पाकिस्तान को शामिल करने से यह नकारात्मक संकेत जाएगा कि अमेरिका उन आदर्शों से दूर जा रहा है, जिनके लिए यह खड़ा रहता था उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर बहुत अनिश्चितता है कि भविष्य की नीति क्या होगी और वह यह देखना चाहेंगे कि अमेरिका का आगे का रुख क्या होता .
नजरबंदी से कुछ घंटे पहले सईद ने कहा कि अगर ‘दबाए हुए कश्मीरियों’ की आवाज उठाने के लिए उसके संगठन पर किसी तरह का अंकुश लगाया जाता है तो उसे कोई परवाह नहीं है. उसने नवाज शरीफ सरकार को चतावनी दी कि अगर कोई अंकुश लगाया जाता है तो उसका संगठन अदालत का रुख करेगा. ये सभी बातें सोशल मीडिया टि्वटर पर की जा रही हैं.
इस टि्वटर हैंडल पर कश्मीर का जिक्र किया गया है. @AmeerJamatDawah नाम के एक टि्वटर हैंडल से कुछ ट्वीट किए गए हैं. इसमें हाफिज की तरफ से कथित तौर पर यह दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान में कहीं भी उसके खिलाफ एफआईआर नहीं दर्ज है.
हाफिज की तरफ से कहा जा रहा है कि अगर उसे गिरफ्तार किया गया तो भी लाखों लोग कश्मीर के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे. ट्वीट में लिखा गया है कि अगर कश्मीर के खिलाफ बोलना अपराध है तो वह ऐसा करता रहेगा.