
देहरादून; केदारनाथ में आपदा के बाद भगवान केदारनाथ का दर सियासी डगर बन गया है। केदारनाथ दौरे को लेकर इस कदर भाजपा और कांग्रेस प्रचार-प्रसार करते हैं जैसे मानो वह भगवान बाबा केदारनाथ के दर्शन करने के लिए नहीं बल्कि सियासी मैसेज के लिए जा रहे हो 20 अक्टूबर को पीएम मोदी का केदारनाथ दौरे से पहले पूर्व सीएम हरीश रावत का दौरा केदारनाथ का प्रस्तावित हो गया है।
सेहत में सुधार होते ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एक बार फिर एक्शन में दिखाई दे रहे हैं । कुमाऊ दौरे के बाद अब वह पीएम मोदी से पहले केदारनाथ का रुख करने का एलान कर चुके हैं। पीएम का 20 अक्टूबर को केदारनाथ के दर्शन करने का कार्यक्रम है। पीएम के दौरे से पांच दिन पहले यात्रा पर निकलकर हरीश रावत न सिर्फ बाबा केदार के दर्शन करेंगे, बल्कि इस दौरान उनकी दो-दो जनसभाएं करने की योजना हैं। हालांकि कांग्रेस इसे धार्मिक भावनाओं से जोड़ कर देखने की बात कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि हरीश रावत का यह धार्मिक दौरा है वह पहले भी जाते रहे हैं।
हरीश रावत के दौरे को लेकर भाजपा की ओर से प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र बिष्ट ने कहा कि कांग्रेस को पीएम के आने का स्वागत करना चाहिए। कांग्रेस ने आज तक जो भी राजनीति की है वह ओछी राजनीति की है। पीएम मोदी के केदारनाथ में कई कार्यक्रम लगे हुए हैं। कांग्रेस को इसे राजनीति से उठ कर देखना चाहिए।