बात नहीं मानी तो उत्तराखंड में ठप होगी पेयजल आपूर्ति

जल संस्थान के कर्मचारी व अधिकारी संगठन एकजुट हो गए हैं जल संसथान ने यह एकता सीवरेज योजनाओं का मरम्मत कार्य पेयजल निगम को सौंपे जाने के विरोध में दिखाई है।

जल संस्थान
जल संस्थान, नेहरु कॉलोनी देहरादून

उत्तराखंड जल संस्थान में शनिवार को एक बैठक आयोजित की गयी जिसमे  अधिकारी, कर्मचारी, सेवानिवृत्त अधिकारी, कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा का गठन किया गया। इसमें सभी ने एक सुर में कहा यदि जल संस्थान से सीवरेज का मरम्मत कार्य छीना गया तो संगठन कार्यबहिष्कार कर आंदोलन करेगा। यह बैठक जल भवन मेंआयोजित की गयी थी।

इसमें कहा गया  कि पेयजल मंत्री के समक्ष प्रबंधन की ओर से उचित पक्ष नहीं रखा गया, जिस कारण जल संस्थान से सीवरेज कार्य छीनने की नौबत आई।

आपको बता दे कि जल संस्थान सीवर से मिलने वाले राजस्व से ही अपने कर्मचारियों की तनख्वाह देता है। यदि जल संसथान से सीवर का काम छीना गया तो पेयजल निगम की भांति जल संस्थान में भी तनख्वाह के लाले पड़ जाएंगे।

इसी कारण जल संस्थान के सभी कर्मचारी, अधिकारी संगठनों ने मिलकर मोर्चा का गठन किया है। अब यह मोर्चा 29 मई को जल मुख्यालय में धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजेगा। यदि तब भी उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो प्रदेश की पेयजल आपूर्ति को ठप कर मोर्चा आंदोलन करेगा। मोर्चे का संरक्षक पूर्व महाप्रबंधक पीसी किमोठी को चुना गया है।

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