सितारगंज : सितारगंज के तुर्का तिसौर गांव में कल बाघ द्वारा एक व्यक्ति को मौत के घाट उतार देने के मामले में वन विभाग की टीम ने बाघ की तलाश में सर्च अभियान चला बाघ की तलाश शुरू कर दी है कल से ही वन विभाग ,पुलिस और ग्रामीणों की मदत से बाघ की तलाश की जा रही है वह विभाग द्वारा गन्ने के खेत में कैमरों को लगा उसको ढूढने का प्रयास किया जा रहा है ।वह विभाग के डीएफओ नितिन मणि त्रपाठी ने घटना स्थल पहुँच मौके का नरिक्षण किया और घटना स्थल में लगे पंजों के निशान देखे ।इस दौरान उन्होंने ड्रोन कैमरे की मदत से बाघ को गन्ने के खेत में ढूढने का भी प्रयास किया ।डीएफओ त्रिपाठी का कहना है कि पहली प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा है उसके साथ ही गन्ने के खेत और आसपास के क्ष्रेत्र में लगभग 70 कैमरों की मदत से बाघ है या कोई और जानवर इसका पता लगाया जा रहा है पंजों के निशान मिले है ड्रोन कैमरे की मदत से भी गन्ने के खेत पर निगरानी की जा रही है ।आसपास के वन क्षेत्रों से वनकर्मियों की मदत से क्षेत्र की निगरानी की जा रही है जल्द ही पता लगा लिया जाएगा कि बाघ है या कोई और जानवर उसके बाद उसे पकड़ने की आगे की कार्यवाही की जाएगी ।इस दौरान ग्रामीणों को भी हिदायत दी गयी है कि वह इस क्षेत्र के आसपास न जाये अगर जाए भी तो सतर्कता से जाएं वही पीड़ित परिवार को वन नियमों के अनुसार 3 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा जिसमें तीस परसेंट दिया जा चुका है बाकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर दे दिया जाएगा ।बता दें कि बीते रोज दोपहर 2 बजे खटीमा रोड़ स्थित तुर्का तिसौर गांव में एक व्यक्ति को गन्ने के खेत में घास काटते वक्त बाघ ने उसपर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया था ।