बहनों की दास्तान सुनकर आप भी सिहर जाएगें…….

नई दिल्ली। दो बहने जिनका दर्द सुनकर शायद आपके आंसू आ जाए। ऐसी दास्तां जिसमें दो बहनों की मां को उनकी आखो के सामने जला दिया। दुख की बात तो यह है मां को जलाने वाला कोई और उनका पिता ही था। लेकिन आरोपी पिता की अभी तक गिरफ्तारी नही है। अब इन बच्चियों ने खून से यूपी के सीएम अखिलेश यादव को चिठ्ठी लिखी और इंसाफ की गुहार लगायी।

रिपोर्ट के मुताबिक, जिस वक्त लतिका की मां को जलाया जा रहा था, उस वक्त उसने मदद के लिए 100 नंबर पर कॉल भी किया था लेकिन उसके कॉल पर कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद उसने एंबुलेंस को भी कॉल किया लेकिन एंबुलेंस भी मौके पर नहीं पहुंची. इसके बाद लतिका ने अपने मामा को कॉल किया, तब जाकर उसकी मां को अस्पताल ले जाया गया.

मैं उस मंजर को कभी नहीं भूल सकती. मेरी मां को मेरी आंखों के सामने जलाया जा रहा था. जिस वक्त मेरी मां ने मुझे जन्म दिया, उस वक्त भी उन्हें टॉर्चर किया गया, क्योंकि उन्हें लड़का नहीं हुआ था. इसके बाद जब 11 साल पहले मेरी बहन तान्या का जन्म हुआ, तब हम तीनों को घर से बाहर फेंक दिया गया. जिसके बाद से हम किराए पर रह रहे थे. बीती 14 जून की रात मेरी दादी दूसरे रिश्तेदारों के साथ हमारे घर आईं. उन्होंने कहा कि वह मेरे पिता की शादी उससे करने जा रही हैं जोकि बेटे को जन्म दे सके. इसी बात पर विवाद हो गया और उन लोगों ने मेरी मां को जिंदा जला दिया. मेरी छोटी बहन रोती जा रही थी, लेकिन मैंने हिम्मत जुटाकर 100 नंबर पर कॉल किया.


करीब 95 फीसदी तक चल चुकी लतिका की मां अनु बंसल आखिरकार जिंदगी की जंग हार गईं. इस बीच पुलिस ने अपनी जांच में दावा किया कि यह मामला आत्महत्या का था. मां की मौत को दो महीने बीत जाने के बाद लतिका ने न्याय के लिए अब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से गुहार लगाई है. लतिका ने खून से चिट्ठी इसलिए लिखी है ताकि सीएम अखिलेश इस पर तत्काल कार्रवाई करें.

 पुलिस अधिकारियों से भी नहीं मिला  न्याय

लतिका के मुताबिक, वह अपने मामा के साथ सभी रैंक के पुलिस अधिकारियों के पास न्याय मांगने जा चुकी है लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की. जब उसने कॉल किया तो मैं वहां पहंचा.

लतिका के मामा मुताबिक-  जब लतिका ने कॉल किया तो मैं वहां पहंचा. मैं देखकर हैरान रह गया. उन्होंने मेरी बहन को जला दिया था. हम उसे हॉस्पिटल लेकर गए लेकिन वह 95 फीसदी तक जल चुकी थी, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई. अगर पुलिस उस वक्त कॉल उठा लिया होता और समय से पहुंच जाती तो शायद मेरी बहन बच जाती. मेरी बहन की हत्या उसके देवर राजेश बंसल और सास स्नेहलता ने की है. वह अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं. मुझे यकीन है कि उन लोगों ने पुलिस को घूस दी है.

सोशल मीडिया पर वायरल हुई चिट्ठी

मासूम बहनों की खून से लिखी चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बुलंदशहर पुलिस ने ट्विटर पर जवाब में लिखा है कि इस मामले में कार्रवाई हो चुकी है. बुलंदशहर के एएसपी राममोहन सिंह ने कहा है कि पीड़िता के पति मनोज बसंल को शिकायत के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया था. उन्होंने कहा कि धारा 302 के तहत शिकायत दर्ज की गई थी और बंसल के खिलाफ धारा 306 के तहत केस दर्ज किया गया.

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