गुलजार अपने खुबसूरत नगमों की तरह लोगों के जहन में हमेशा रहते है। भारत में महत्वपूर्ण शख्सियतों में से एक गुलज़ार का आज यानी 18 अगस्त को जन्मदिन है। वे 82 साल के हो गए हैं। पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित गुलजार फिल्म जगत का वो हिस्सा है जिन्हें बिना छुए रहा नही जा सकता। गुलजार भारत में ही नही पूरे देश में अपने गीतों के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन उन्होंने पटकथा लेखनए फिल्म निर्देशन,नाट्यकलाए कविता लेखन में भी महारत हासिल है । उन्होंने मानवीय संबंधों के इर्दगिर्द घूमती कई खूबसूरत फिल्मों को निर्देशित किया है जिसमें से ज्यादातर हिट रही हैं।
बंदिनी से शुरू किया हिंदी सिनेमा में करियर
हिंदी सिनेमा में बतौर गीत लेखक गुलजार का करियर एस डी बर्मन की फिल्म बंदिनी से शुरू हुआ ।साल 1968 में उन्होंने फिल्म आशीर्वाद का संवाद लेखन किया। इसके बाद उन्होंने कई बेहतरीन फिल्मों के गानों के बोल लिखे जिसके लिए उन्हें हमेशा आलोचकों और दर्शकों की तारीफें मिली। आंधी (1975) गुलजार की बेहतरीन फिल्मों में से एक है। कुछ लोगों ने इस फिल्म को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से जोड़कर देखा। आपातकाल के दौरान इस फिल्म पर प्रतिबंध भी लगाया था। यह फिल्म कमलेश्वर द्वारा लिखे गए हिंदी उपन्यास काली आंधी पर आधारित है 1996 में गुलजार द्वारा निर्देशित फिल्म ‘माचिस’ को अच्छी सफलता मिली। हु तू तू (1999) गुलजार द्वारा निर्देशित आखिरी फिल्म है। इसके बाद उन्होंने कोई फिल्म निर्देशित नहीं की।