रुद्रप्रयाग – केदारनाथ में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। बदलता मौसम बाबा केदार के भक्तों पर भारी पड़ रहा है। धाम में सुबह से दोपहर तक तापमान 20 से 24 डिग्री तक रहता है, लेकिन दोपहर बाद अचानक मौसम में बदलाव से पारा गिरकर 2 से 3 डिग्री तक पहुंच जाता है। केदारनाथ में पल-पल बदल रहा मौसम यात्रियों लिए मुसीबत बन रहा है। बारिश, ओलावृष्टि और ऊपरी पहाड़ियों पर हो रहे हिमपात से केदारपुरी में ठंड बढ़ रही है, जिससे हाइपोथर्मिया के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। दिन और शाम के तापमान में यहां 18 से 21 डिग्री तक का अंतर है।
केदारनाथ तीन तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है और साथ ही गौरीकुंड की तरफ का क्षेत्र भी संकरा और घाटीनुमा है, जिससे यहां मौसम कभी भी खराब हो सकता है। यहां कब बारिश, ओलावृष्टि और बर्फबारी हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता।
सोनप्रयाग में 50 वर्ष से अधिक उम्र के यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। बीते दस दिनों में 300 से अधिक यात्री अनफिट पाए गए, जिसमें सिर्फ 20 ही वापस लौटे हैं। शेष 280 ने अपने जोखिम पर केदारनाथ जाने के लिए शपथपत्र दिया और यात्रा की।
सिक्स सिग्मा हाई एल्टीट्यूड मेडिकल सर्विस के सीईओ डा. प्रदीप भारद्वाज का कहना है कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर मेडिकल क्यूआरटी तैनात की जानी चाहिए। यह टीम यात्रियों की जांच करते हुए किसी भी स्थिति में उन्हें त्वरित उपचार दे, जिससे मौत के मामलों में कमी आ सकती है। साथ ही एमआई-26 हेलीपैड से मंदिर तक पूरा टीन शेड कर देना चाहिए, जिससे धूप व बारिश से बचा जा सके।
डा. बीके शुक्ला, सीएमओ रुद्रप्रयाग का कहना है कि केदारनाथ में पलभर में खराब हो रहा मौसम और पैदल मार्ग पर कुछ हिस्से में खड़ी चढ़ाई यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। स्वास्थ्य परीक्षण में अनफिट यात्री बार-बार के आग्रह के बाद भी नहीं मान रहे हैं और अपने जोखिम पर धाम के लिए रवाना हो रहे हैं।