बदनीयत ड्राइवर नहीं रोक रहा था बस, लड़की ने दिया साहस का परिचय, CM के एक्शन के बाद जागी पुलिस !

राजधानी देहरादून में एक लड़की को भयानक अनुभव से गुजरना पड़ा है, ये वाकया खुद उस लड़की ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है…जिसके बाद से राजधानी में महिला सुरक्षा को लेकर सरकार के बड़े-बड़े दावों की पोल खुलती हुई नज़र आ रही है….मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पूरे वाकये को पढ़ने के बाद लड़की को जवाब देते हुए उसकी पूरी मदद की है।

पूरा मामला बीते 2 दिसंबर देहरादून के बल्लूपुर चौराहे का है, जहां राजधानी देहरादून में एक लड़की ने अपने साहस का परिचय देते हुए कुछ लोगों के नापाक मंसूबों को कामयाब होने से रोक दिया…प्रेम नगर की रहने वाली लड़की ने घर जाने के लिए घंटाघर से सिटी बस का प्रयोग किया था लेकिन उसे नहीं मालूम था कि जहां उसे उतरना है वहां यह सिटी बस वाले ब्रेक ना मार कर बस की रफ्तार और तेज कर लेंगे। देहरादून की इस लड़की ने महसूस किया वह शायद और भी महिलाएं रोज महसूस करती हैं। मामला तब सामने आया जब पीड़ित लड़की ने अगले दिन सुबह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को ट्वीट करके अपनी समस्या बताई।

पीडिता ने ट्विटर पर लिखा 
लड़की ने अपनी आपबीती साझा करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि रात के 7 भी नहीं बजे थे। मैं सिटी बस के लिए सड़क के किनारे खड़ी इंतजार कर रही थी जो मैं लगभग रोज़ लेती हूं। तभी एक शेयर ऑटो आकर मेरे सामने रुकता है, मैं अंदर झांककर देखती हूं तो अंदर दो-तीन लड़के बैठे दिखाई देते हैं, मैं ऑटो को मना कर देती हूं। उसी दौरान मेरी बस भी आ जाती है और मैं काफी राहत महसूस करती हूं।

बस के अंदर लगभग 10-12 आदमी और ड्राइवर-कंडक्टर मौजूद थे। मैंने सीट ली और कंडक्टर को पैसे देकर अपने स्टॉप की जानकारी दी। जैसे ही मैंने अपना स्टॉप पास आता देखा, मैंने अपना बैग उठाया लेकिन बस रुक ही नहीं रही थी। इससे पहले कि मैं कुछ कहती, मेरा स्टॉप पीछे छूट गया।

लडकी ने दिखाई हिम्मत,ड्राइवर ने रोकी बस
बल्लूपुर में उतरने के लिए वह पहले ही सीट से खड़ी हो गई थीं। आरोप है कि चालक बस को नीचे ले जाने के बजाए फ्लाई ओवर के ऊपर से तेज रफ्तार में ले गया। कंडक्टर से बस रुकवाने को कहा तो वह चुप्पी साधे खड़ा रहा। वह बस रुकवाने के लिए चिल्लाईं, तो बस की स्पीड और तेज हो गई।

पीड़िता ने बताया कि स्पीड डायल पर पहला नंबर डायल कर उन्होंने कहा कि वह अपने पापा को कॉल कर रही हैं, मगर चालक-परिचालक बेअसर रहे। इसपर उन्होंने कहा कि मैं पुलिस को कॉल कर रही हूं, दुर्भाग्य से काल नहीं लगी। लेकिन उन्होंने ऐसे बात करनी शुरू कर दी जैसे कि पुलिस को लोकेशन बता रही हों। यह देखकर कंडेक्टर चिल्लाया तो चालक ने किशननगर चौक के पास बस रोक दी।

बस रुकते ही वो नीचे उतर गईं। उन्होंने बताया कि अंधेरा होने के कारण वह बस का नंबर नहीं देख सकीं। चालक भी तेजी से बस लेकर भाग गया। पुलिस को दी तहरीर में उन्होंने बताया कि बस में अन्य लोग भी सवार थे, मगर कोई भी उनके पक्ष में नहीं बोला।

उन्हें नहीं पता कि बस में मौजूद अन्य लोग चालक-परिचालक के परिचित थे या नहीं। पीड़िता ने लिखा है कि कुछ लोग उनकी ही गलतियां निकालकर उनके माता-पिता को शर्मिंदा कर रहे हैं। लिखा कि मैं चाहती हूं कि दोषियों को जेल भेजा जाए।
मुख्यमंत्री के एक्शन के बाद अलर्ट हुई पुलिस इस पूरे वाकये को पढ़ने के बाद खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मैंने यह पूरा घटनाक्रम दो बच्चियों के पिता होने के भाव से पढ़ा है। मैं वैसा ही महसूस कर रहा हूं जैसा कि तुम्हारे पिता करते। मुख्यमंत्री होने के नाते मैं तुम्हें भरोसा दिलाता हूं कि किसी प्रकार की चिंता मत करो। मैंने एसएसपी देहरादून को यह मामला सौंप दिया है।

एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने भी मुख्यमंत्री के ट्वीट पर संज्ञान लेते हुए लड़की से फौरन संपर्क साधा। एसएसपी का कहना है कि लड़की की शिकायत पर  अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपी कंडक्टर और ड्राइवर की तलाश की जा रही है। ये भी देखा जा रहा है कि उस वक्त इस रूट पर कौन सी सिटी बस थी।

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