तिरूवनंतपुरम: केरल में 10 महीने पुरानी एलडीएफ सरकार के लिए उस वक्त शर्मिंदगी की स्थिति पैदा हो गई जब अश्लील बातचीत का एक ऑडियो क्लिप सामने आने के बाद राज्य के परिवहन मंत्री ए. के. शशिंद्रन को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. विवादित ऑडियो क्लिप में कथित तौर पर शशिंद्रन एक महिला से अश्लील बातचीत करते पाए गए.
बीते साल अक्तूबर में नियुक्तियों में भाई-भतीजावाद के आरोप लगने के बाद तत्कालीन उद्योग मंत्री ई. पी. जयराजन को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था और शशिंद्रन उनके इस्तीफे के बाद 10 महीने पुरानी माकपा की अगुवाई वाली एलडीएफ सरकार के दूसरे मंत्री हैं जिन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा है.
शशिंद्रन ने ऐसे समय में इस्तीफा दिया जब सत्ताधारी एलडीएफ और विपक्षी कांग्रेस की अगुवाई वाली यूडीएफ 12 अप्रैल को मल्लप्पुरम में होने वाले उप-चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं. पूर्व विदेश राज्य मंत्री और आईयूएमएल के नेता ई. अहमद के निधन के बाद इस सीट पर उप-चुनाव कराए जा रहे हैं.
विवादित ऑडियो क्लिप मंगलम नाम के एक मलयालम टीवी चैनल की ओर से आज सुबह जारी किया गया. दिलचस्प यह है कि इस चैनल ने आज ही अपना कामकाज शुरू किया.
न्यूज चैनल की ओर से ऑडियो क्लिप प्रसारित करने के कुछ ही घंटों बाद कोझिकोड में मौजूद शशिंद्रन ने अपने सारे सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द कर दिए और आनन-फानन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी.
शशिंद्रन ने कहा कि उनके इस्तीफे को इस तरह नहीं देखा जाना चाहिए कि उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया.
उन्होंने पत्रकारों को बताया, ‘‘मुझे यकीन है कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया. लेकिन पार्टी और सरकार के सम्मान की रक्षा भी करनी है. मैंने राजनीतिक नैतिकता को बरकरार रखने के लिए इस्तीफा दिया.’’ शशिंद्रन ने कहा कि उन्हें किसी से कोई शिकायत नहीं.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं समझता कि मैंने किसी के साथ कुछ गलत किया. गलत और सही का पता लगाने की जरूरत है. मुख्यमंत्री को किसी एजेंसी से जांच कराने दें..उचित जांच से मेरी बेगुनाही साबित हो जाएगी.’’
पांच बार से विधायक और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता शशिंद्रन पहली बार मंत्री बने थे और उनके पास सड़क परिवहन, मोटर वाहन और जल परिवहन विभाग का प्रभार था. साल 2016 के विधानसभा चुनाव में एलतूर सीट से विधायक चुने गए शशिंद्रन 1980, 1982, 2006 और 2011 में भी विधायक चुने जा चुके हैं.
इस घटना पर मुख्यमंत्री पी. विजयन ने कहा कि उन्होंने आरोपों को गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा, ‘‘सारे तथ्यों को जांचने-परखने के बाद फैसला किया जाएगा.’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रमेश चेन्नीतला ने कहा कि यह शर्मनाक है कि एक मंत्री को इन कारणों से ऐसी सरकार से इस्तीफा देना पड़ा जो महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा का वादा करके सत्ता पर काबिज हुई.
चेन्नीतला ने कहा, ‘‘सच सामने आना चाहिए. इस खबर से सभी स्तब्ध रह गए.’’ प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष कुम्मनम राजशेखरन ने मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि इन आरोपों पर केरल के सभी लोगों को अपना सिर शर्म से झुका लेना चाहिए.