

देहरादून। प्रखर समाजसेवी एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्तंभ माने जाने वाले प्रेम बड़ाकोटी को एक बार फिर उत्तराचंल उत्थान परिषद की कमान सौंपी गई है। चुनाव अधिकारी के रूप में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्रीय कार्यवाह (ब्रज, मेरठ प्रांत एवं उत्तराखंड प्रांत) शशिकांत दीक्षित उपस्थित थे जबकि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ सह प्रांत प्रचारक देवेंद्र तथा संघ के अधिकारी आजाद सिंह रावत, डॉ. माधव मैठाणी, डॉ. हरपाल नेगी तथा दयानंद चंदोला मंचासीन अतिथियों के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन उत्तरांचल उत्थान परिषद के महामंत्री राम प्रकाश पैन्यूली ने किया। श्री बड़ाकोटी के नाम का प्रस्ताव डॉ. हरपाल नेगी ने किया जबकि उनका समर्थन डॉ. बीपी पांडे व आनंद रावत ने किया। चुनाव अधिकारी श्री दीक्षित द्वारा श्री बड़ाकोटी को निर्वाचित घोषित किया गया।
अपने संबोधन में चुनाव अधिकारी श्री दीक्षित ने कहा कि 1968 में वे देहरादून आए थे, जिसके 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं। उन्होंने संघ के अधिकारियों सहयोग से पूरे उत्तराखंड का एक दर्जन बार से अधिक भ्रमण किया है। उनका कहना है कि पलायन, पर्यावरण तथा समन्वित विकास क्षेत्र की प्रमुख समस्याएं हैं। इसके लिए प्रख्यात चिंतक डॉ. नित्यानंद की चर्चा करते हुए श्री दीक्षित ने कहा कि डॉ. नित्यानंद ने उत्तराचंल की विशेष चिंता की थी और आजीवन उत्तरांचल को ही समर्पित रहे। उन्होंने घराटों की चर्चा करते हुए कहा कि घराट आज लगभग मिट रहे हैं। इसी तरह नौले, नाले, गदेरे जो जल का स्रोत हुआ करते थे, आज सूख रहे हैं। ऐसे समय में संसाधनों का उपयोग कर आगे बढ़ने के लिए उत्तरांचल उत्थान परिषद विशेष प्रयास कर रही है। श्री दीक्षित ने कहा कि संसाधनों के अवैज्ञानिक दोहन से उत्तराखंड से पलायन बढ़ा है। ऐसे उत्तरांचल उत्थान परिषद के कार्यकर्ताओं के सामने बड़ी चुनौती है, लेकिन हमारे कार्यकर्ता समाज जागरण के माध्यम से इन चुनौतियों का भरपूर सामना करेंेंगे और इनका निस्तारण करेंंगे। श्री दीक्षित ने इस अवसर पर नये अध्यक्ष प्रेम बड़ाकोटी को बधाई दी तथा अपेक्षा की कि उनके नेतृत्व में परिषद उत्तरांचल के विकास में नये कीर्तिमान बनाएगी।



