विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की शर्मनाक हार हुई, और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और चुनाव में कांग्रेस का चेहरा रहे हरीश रावत तो दोनों विधानसभाओ से चुनाव हार गए. चुनाव के वक्त उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष रहे किशोर उपाध्याय को कल बिना भनक लगे पार्टी आलाकमान ने अध्यक्ष पद से हटा दिया और उनकी जगह वरिष्ठ विधायक प्रीतम सिंह को उत्तराखंड कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया हैं.
आइये जानते है की प्रीतम सिंह में ऐसी क्या खूबियाँ है जिसके कारण वह कांग्रेस आलाकमान की पहली पसंद बने :
- 1993 के चुनाव में प्रीतम पहली बार विधायक बने।
- उनके पिता पूर्व मंत्री स्व. गुलाब सिंह भी कांग्रेस के नेता थे ।
- प्रीतम सिंह उत्तराखंड की चकराता विधान सभा से विधायक हैं। अपने क्षेत्र में इनकी राजनीतिक पकड़ इतने मजबूत है कि कोई कांग्रेसी उनके खिलाफ टिकट की दावेदारी नहीं करता।
- राज्य गठन के बाद 2002, 2007 व 2012 के विस चुनाव में चकराता से लगातार तीन बार विधायक बने।
- दो बार की कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं
- 2017 के विधान सभा चुनाव में प्रीतम ने भाजपा की मज़बूत प्रत्याशी मधु चौहान को 1543 वोटों से हराया।
कहा जाता है की प्रीतम सिंह की अपने क्षेत्र में जनता और पार्टी में कार्यकर्ताओ के बीच मज़बूत पकड़ है अब शायद आलाकमान को उम्मीद है की प्रीतम सिंह कांग्रेस की छवि प्रदेश में सुधर सकते है.