नई दिल्ली: प्रधानमंत्री को ‘‘आईएसआई एजेंट’’ बुलाने के कुछ ही महीने बाद, दिल्ली के संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा ने जानना चाहा है कि क्या नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच कोई ‘‘गोपनीय समझौता’’ है, जिसके कारण देश तकलीफें झेल रहा है.
जम्मू-कश्मीर के उरी में हुई आतंकवादी हमले के बाद लिखे गए एक ब्लॉग में मिश्रा ने कहा है, यह स्पष्ट है कि भारत और पाकिस्तान के बीच कुछ भी ठीक नहीं हो रहा है और कोई कूटनीति काम नहीं आ रही है. हमले में 17 जवान शहीद हुए हैं.
उन्होंने लिखा है, ‘‘वक्त आ गया है, भारत को अब जानना चाहिए कि क्या मोदी और शरीफ के बीच कोई गोपनीय समझौता है? वक्त आ गया है जब यह सार्वजनिक किया जाए कि दोनों के बीच हुई गोपनीय और अन्य बैठकों में क्या चर्चा हुई और क्या तय हुआ.’’ उन्होंने कहा, भारतीयों को ‘‘मोदी और शरीफ के बीच करीबी, भाई-बंधु जैसी और आत्मीय मित्रता का रहस्य’’ जानने का हक है.
मिश्रा ने सवाल किया, ‘‘हम अपने 17 बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं, लेकिन वास्तविक सवाल है.. क्या भारत मोदी और शरीफ के बीच गोपनीय समझौते की कीमत चुका रहा है?’’