भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने पाकिस्तान की सरजमीं पर आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में प्रधानमंत्री इमरान खान के इकबालिया बयान के बाद उनसे कार्रवाई की मांग की है। साथ ही कुमार ने आईसीजे के फैसले के मुताबिक कुलभूषण जाधव को काउंसिलर एक्सेस दिए जाने की उम्मीद जताई है। रवीश कुमार ने कहा, “चूंकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने प्रशिक्षण शिविरों की मौजूदगी की बात स्वीकार की है और इस तथ्य के बाद कि आतंकवादियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है और उन्हें लड़ने के लिए कश्मीर भेजा जा रहा है, उनके लिए यह समय है कि वे पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में मौजूद आतंकी शिविरों के खिलाफ विश्वसनीय और निरंतर कार्रवाई करें।” रवीश कुमार ने कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि आईसीजे (अंतरराष्ट्रीय न्यायालय) के फैसले को पूरी तरह पालन करते हुए कुलभूषण जाधव को जल्द से जल्द पूर्ण कांसुलर एक्सेस प्रदान किया जाना चाहिए। हम इस संबंध में पाकिस्तानी अधिकारियों के संपर्क में हैं और जब भी कोई नई जानकारी होगी हम आपको बताएंगे।” इससे पहले कुलभूषण जाधव के परिजनों ने गुरुवार को नई दिल्ली में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिले। इसकी जानकारी खुद सुषमा स्वराज ने सोशल मीडिया ट्विटर पर दी। स्वराज ने कहा कि कुलभूषण जाधव का परिवार आज (गुरुवार) मुझसे मिलने आया, मैंने उन्हें शुभकामनाएं दीं।