देहरादून: प्रदेश में कांग्रेस द्वारा मेयर के अधिकारों को सीमित करने के उठाये गए कदम पर बीजेपी स्तब्ध है। प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने सरकार पर नगर निगम के मेयर के अधिकार जानबूझकर छीनने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार में नौकरशाही हावी है। इसी कारण ऐसा किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश के नगर निगमों में अब अधिकारियों व कर्मचारियों की चरित्र पंजिका में मेयर से प्रविष्टि के अधिकार छीन लिए। वहीं नगरपालिका परिषदों व नगर पंचायतों के चेयरमैन पूर्व की भांति कार्मिकों की चरित्र पंजिका में प्रविष्टि कर सकेंगे। इस पर भाजपा ने कड़ा रुख अपनाया। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जब नगर पंचायत और पालिका अध्यक्ष के लिए पूर्ववर्ती व्यवस्था है तो मेयर को लेकर ही बदलाव क्यों किया गया। उन्होंने कहा कि नौकरशाही हावी होकर मेयरों को नजरअंदाज कर रही है। इससे मेयर के काम पर प्रभाव पड़ेगा। स्मार्ट सिटी की सूची में दून का नाम नहीं होने पर भी उन्होंने सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के अंतिम प्रस्ताव को भेजने से पहले मेयर को नहीं दिखाया गया। अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन में आपदा व बाढ़ प्रभावित क्षेत्र होने का पक्ष रखा। इससे दून शहर स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल नहीं हो सका।