प्रदुषण की बात करें तो उत्तरप्रेदश का जिला गाजियाबाद इस वक्त प्रदूषित शहरों की सूची में तीसरे स्थान पर पहुंच चूका है जो कि अत्यंत चिंता का विषय बन चूका है. शहर की आवो हवा में खतरनाक धूलकण और जहरीली गैसों की मात्रा लगातार बढती जा रही है. शहर का एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 401 है, जो काफी खतरनाक स्तर पर है।
अगर देखा जाए तो इस वक्त शहरवासियों पर दोतरफा मार पड़ रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ओर से गुरुवार को जारी सूची में शहर का प्रदूषण स्तर बढ़ने के साथ देश में तीसरे नंबर पर पहुंच गया है। एयर क्वालिटी इंडेक्स में सबसे अधिक पीएम (2.5) प्रदेश के गाजियाबाद जिले का है।
गुरुवार दोपहर तीन से शाम पांच बजे के बीच पीएम (2.5) का स्तर 500 के करीब पहुंच गया। इससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। शहर की हवा में इस समय नाइट्रोजन डाई आक्साइड और कार्बन मोनो आक्साइड की मात्रा भी मानक से अधिक घुली है। जो काफी नुकसानदायक है।
गंभीर विषय इस वक्त यह है कि अगर अभी भी लगातार बढ़ते प्रदुषण को न रोका गया तो जो देश भर के लोग रोजगार की तलाश में दिल्ली, नॉएडा , और गाजयाबाद की तरफ दौड़ लगा रहे है, वह कुछ कमाये या न कमाये लेकिन भयंकर बिमारियों से जरुर ग्रस्त हो रहे हैं.