पहाड़ो की रानी मसूरी अपनी खूबसूरती और कुदरती नजरो की वजह से देश-विदेश के पर्यटकों की पहली पसंद रही है लेकिन हाल ही में एक आपराधिक घटना ने मसूरी की खूबसूरती पर एक दाग लगा दिया है यंहा पर नौकरी की तलाश में आई युवती के साथ 9 दरिंदो पहले सामूहिक बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी,फिर पुलिस से बचने के लिए युवती को पेड़ से लटका कर घटना को आत्महत्या दर्शाने की कोशिश की…लेकिन आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ ही गए
मसूरी के जंगलों में जुलाई महीने में मिली महिला की लाश के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के अनुसार महिला के साथ नौ लोगों ने सामूहिक ब्लात्कार किया था और उसके बाद उसकी हत्या कर दी थी.पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए महिला के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या करने के नौ आरोपियों में से पांच को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि चार आरोपी अभी फरार बताए जा रहे है
20 जुलाई को मसूरी के जंगल में मिला था महिला का शव
दरसल 20 जुलाई को मसूरी के चूनाखाला के जंगल में पेड़ से एक महिला की लाश लटकी मिली थी. महिला का चेहरा झुलसा हुआ था जिससे उसकी पहचान करना आसान नहीं था.पुलिस ने इस संबंध में सूचना प्रसारित की तो पुरोला, उत्तरकाशी के रहने वाले सुनदास ने मृतक महिला की पहचान अपनी बेटी के रूप में की. सुनदास ने पुलिस को बताया कि महिला की कुछ समय पहले ही शादी हुई थी और वह अपने पति रूकम दास के साथ चण्डीगढ़ रहने चली गयी थी. 15 जुलाई को अपने पति को बताये बिना वह कहीं चली गई थी जिसके बाद रूकम दास ने थाना सुहाना (मोहाली), पंजाब में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी.
हत्यारे मोबाईल फोन और सिम के जरिए चढ़े पुलिस के हाथे
पुलिस को लाश के पास से एक मोबाइल फ़ोन और एक सिम मिला था. जांच से पता चला कि मोबाइल मृतका का था और सिम सीतामणि, बिहार के प्रमोद मण्डल का था. जांच के दौरान यह भी पता चला कि विजय की अपने ही गांव के एक युवक से जान-पहचान थी. उस युवक से पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि विजय इस युवक से मिलने देहरादून आई थी और 16 जुलाई को देहरादून से मसूरी भट्टा गांव पहुंची थी. वहां उसने भट्टा गांव के आदमियों से और कुछ बिहारी भाषी आदमियों से उस युवक की फोन पर अपने पति के रूप में बात कराई थी.
पुलिस ने इस घटना में बाहरी व्यक्तियों की संलिप्ता को देखते हुए जांच की और घरों में मज़दूरी करने वाले व्यक्तियों का सत्यापन करना शुरू किया. करीब 150 बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन के दौरान प्रमोद मण्डल को पकड़ लिया गया.
आरोपियों ने महिला की हत्या के बाद शव पर डाला तेजाब
पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि 16 जुलाई को विजय नाम की महिला फ़ोन पर अपने पति से बात कराने के लिए फोन मांगने आई थी और वह काम की तलाश में भी थी. प्रमोद मंडल और उसके 7 साथियों ने उसके साथ बलात्कार किया और पता लग जाने के डर से महिला का गला घोटकर हत्या कर दी. पहचान छुपाने के लिए लाश के चेहरे पर तेजाब डालकर खराब कर दिया तथा हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसे दूर जंगल में ले जाकर चुन्नी से गले में फंदा डालकर पेड़ से लटका दिया