विधानसभा चुनाव करीब ही है। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। माहौल ऐसा है कि छीटा-कसी जोरो पर है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल भी आजकल जनता को लुभाने में लगे है। और ताल ठोक कर दावे कर रहे है कि इस बार सत्ता से कांग्रेस का सूफड़ा साफ होगा और भाजपा का राज होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक जोरो शोरो से भाजपा पार्टी का गुणगान कर रहे है। करे भी क्यो न, चुनाव आने वाले है। जनता को खुश भी करना है।
चुनावी शोर गुल में एक बात तो अच्छी होती है कि जो काम सांसदों ने अपने इलाके में नही कराए है उन अधूरे कामों की भी सांसदों का ध्यान जा रहा है। और इस बहाने टूटी सड़के, पाइप लाइन मरम्त जैसे तमाम छोटे काम हो जाते है जिसके लिए जनता सालों से सही कराने के लिए पार्टी कार्यालयों के धकके खाती है।
आजकल निशंक बाबू भी इसी फजीहत में पड़े है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जनसभाएं कर रहे है ओर लोगों को बता रहे है कि भाजपा और कांग्रेस में किसे चुने । साथ ही भाजपा को वोट क्यों दे। इसके साथ ही अपने इलाके में रोजाना ही जाकर निरीक्षण भी कर रहे है।
खैर कोई निशंक बाबूजी को समझाएं कि भाजपा की सरकार में भी जनता त्रस्त थी और कांग्रेस में भी त्रस्त है। काश इन राजनेताओं को कोई समझाएं कि चुनाव के टाइम में ही जनता की याद न करें जिनके वजह से सत्ता सुख भोग रहे है उन्हें कम से कम महीने दो महीनें में दर्शन तो दे ही दे।