नौकरी बढ़ी चीज़ है, इससे जीवनयापन होता है सिर्फ अपना ही नहीं परिवार का भी, परन्तु जब पता चले की आपका निलंबन कर दिया है वह भी तब जब आप अपना कार्य सही ढंग से कर रहे हो तब तबियत बिगड़ भी सकती है ऐसा ही कुछ हुआ दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल की नर्स फातिमा के साथ?

काम में लापरवाही बरतने वाले दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के दो चिकित्सकों और एक नर्स पर निलंबन की गाज गिरी थी। निलंबन की सूचना मिलते ही नर्स की तबीयत बिगड़ गई, उसे आइसीयू में भर्ती किया गया है।
बुधवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय का निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने काम में लापरवाही बरतने पर दो डॉक्टरों और एक नर्स को निलंबित करने का आदेश दिया था।
उत्तराखंड नर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष कृष्णा रावत का कहना है कि इस मामले में फातिमा की कोई गलती नहीं थी। वह उस समय दूसरे मरीज की देखरेख में व्यस्त थी। जिस डिप की बात हो रही है, उसे पहले से ही बंद किया हुआ था। उसके समर्थन में मरीज के परिजन भी उतर आए हैं।