नोएडा के बहुचर्चित निठारी कांड के मामले में आरोपी मनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को गाजियाबाद की सीबीआई की विशेष अदालत ने आज फांसी की सजा सुनाई है सीबीआई की विशेष अदालत ने निठारी के 8वें मर्डर केस में आरोपी मनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को दोषी पाया है बताते चलें कि इस जघन्य अपराध के दोषी सुरेंद्र कोली को अब तक 7 मामलों में फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है. .
साल 2006 में देश को हिला देने वाला निठारी कांड आज भी लोगों के जेहन में कड़वी यादे के तौर पर जिंदा है. निठारी स्थित कोठी नंबर D-5 के बाहर उस वक्त सैकड़ों लोग जमा हो गए, जब कोठी के पीछे स्थित नाले से एकाएक कई कंकाल और खोपड़ियां मिलने लगीं. खबर आग की तरह फैली और देखते ही देखते निठारी में मीडिया का जमावड़ा लग गया. कई चौंकाने वाले ऐसे खुलासे हुए, जिन्हें सुनकर किसी की भी रूह कांप जाए.
पुलिस ने मामले की जाँच के बाद कोठी के मालिक मनिंदर सिंह पंढेर और उनका नौकर सुरेंद्र कोली आरोपी बनाए थे. दरअसल निठारी पुलिस लगातार लापता हो रहे बच्चों को लेकर पहले से ही परेशान थी. पुलिस ने 29 दिसंबर, 2006 को निठारी कांड का खुलासा करते हुए कोठी नंबर D-5 से मनिंदर सिंह पंढेर और उनके नौकर सुरेंद्र कोली को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर कोठी से बच्चों की चप्पल, कपड़े और बाकी सामान बरामद किए थे .
घटना का खुलासा होने के बाद लापता लोगों के परिजन भी कोठी नंबर D-5 पहुंचे थे. उन्होंने वहां से मिले कपड़ों की पहचान की. लोगों का गुस्सा बढ़ते देख केस को सीबीआई को ट्रांसफर किया गया था. सीबीआई ने कोली के खिलाफ युवती का अपहरण, रेप और हत्या का मुकदमा दर्ज किया. सीबीआई ने 46 गवाहों को पेश करके उनके बयान दर्ज कराए. वहीं, बचाव पक्ष की तरफ से महज 3 गवाह पेश किए गए. बताते चलें कि इस जघन्य अपराध के दोषी सुरेंद्र कोली को अब तक 7 मामलों में फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है.