नवरात्रि के 9 दिन हिंदू परंपरा में अतिश्रेष्ठ मानें गए है। कहतें है इन दिनों साधक अगर पूरी निष्ठा से देवी का पूजन करे तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। नवरात्रि से ही नव संवत्सर की शुरूवात होती है। साथ ही शुभ कार्य शुरू हो जाते है। लौकिक मान्यताओं के अनुसार इस पूजा में साधकों और व्रत रखने वालों के लिए कुछ नियम होते हैं, जिन्हें उनका ध्यान अवश्य रखना चाहिए.
नवरात्रि में ये करना है मना
- मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि में 9 दिन दाढ़ी-मूंछ और बाल नहीं कटवाई जाती है. इन दिनों नाखून काटने के लिए भी मना किया जाता है.
- जो व्रतधारी नवरात्रि में कलश स्थापना करते हैं और माता की चौकी स्थापित करते हैं, वे इन 9 दिनों में घर खाली छोड़कर नहीं जा सकते हैं.
- मान्यताओं के अनुसार इस दौरान खाने में प्याज, लहसुन और मांसाहार (नॉन-वेज) पाबन्दी होती है. केवल यही नहीं, बल्कि व्रत रखने वालों को नौ दिन तक नींबू काटने पर रोक लगा दिया जाता है. साथ ही व्रत रखने वालों को 9 दिन काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए. उन्हें बेल्ट, चप्पल-जूते, बैग जैसी चमड़े की चीजों के इस्तेमाल से बचने के लिए कहा जाता है.
- नवरात्रि व्रतधारी नौ दिनों तक खाने में अनाज और नमक का सेवन नहीं करते हैं. पौराणिक आख्यानों के अनुसार, नवरात्रि व्रत के समय दिन में सोने, तम्बाकू चबाने और ब्रह्मचर्य का पालन न करने से भी व्रत का फल नहीं मिलता है.