कानपुर/लखनऊ: बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भारतीय जनता पार्टी की ‘धम्म चेतना यात्रा’ को पूरी तरह विफल बताते हुए कहा कि इस यात्रा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोगों को बौद्घ भिक्षु बनाकर शामिल किया गया. मायावती ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि बीजेपी धर्म को राजनीतिक और चुनावी स्वार्थ के लिये इस्तेमाल कर रही है. यूपी में 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र बीजेपी द्वारा निकाली गयी धम्म चेतना यात्रा कुछ प्रायोजित बौद्ध भिक्षुओं के जरिये निकलवायी गयी है.
नकली दलित’ बनाकर धम्म चेतना यात्रा में किया शामिल
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा कि कानपुर में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा किये धम्म चेतना यात्रा के समापन सम्बन्धी समारोह में दलित वर्ग के लोग शामिल नहीं हुये, बल्कि बीजेपी और संघ के ज्यादातर लोगों को ही ‘नकली दलित’ बनाकर शामिल कराया गया. साथ ही, जिन बौद्घ भिक्षुओं को सम्मानित करने की बात की गयी है, उनमें से भी ज्यादातर इन्हीं संगठनों के बहुरूपिये शामिल हैं.
धर्म की आड़ में राजनीति करने की कोशिश
बीएसपी प्रमुख ने कहा कि धम्म चेतना यात्रा ठीक वैसी ही है जैसी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दशहरा के मौके पर लखनऊ में रामलीला में शामिल होकर धर्म की आड़ में राजनीति करने की कोशिश की थी ताकि वह उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी की खस्ताहाल स्थिति को थोड़ा सहारा दे सकें.
धम्म यात्रा: अमित शाह के पोस्टर पर पोती कालिख
बौद्ध भिक्षुओं की धम्म यात्रा के समापन कार्यक्रम में भाग लेने कानपुर आये भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का बीएसपी के कुछ नेताओं ने विरोध किया और उनके पोस्टर पर कालिख पोती, धम्म यात्रा के विरोध में होर्डिंग लगायी और एक ट्रेन रोकने की असफल कोशिश भी की.
भगवान बुद्ध के प्रथम उपदेश स्थल सारनाथ वाराणसी से 24 अप्रैल 2016 को शुरू हुई धम्म चेतना यात्रा का समापन शुक्रवार को कानपुर में हुआ जिसमें बौद्ध भिक्षुओं के अलावा बीजेपी अध्रूक्ष अमित शाह सहित पार्टी के कई नेताओं ने भी भाग लिया.
जगह-जगह लगाये थे होर्डिंग और पोस्टर
अमित शाह और धम्म चेतना यात्रा के स्वागत और समर्थन में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने शहर में जगह जगह होर्डिंग और पोस्टर लगाये थे. शाह के शहर आने के बाद चकेरी में लगे होर्डिंग में उनकी तस्वीर के चेहरे पर कुछ शरारती तत्वों ने कालिख पोत दी. शरारती तत्वों का पता नहीं लगा है.
बीएसपी नेता अनुभव चक ने शहर के कोकाकोला चौराहे पर एक होर्डिंग लगा कर इस धम्म यात्रा का उद्देश्य पूछा और इसमें अमित शाह के आने पर सवालिया निशान भी लगाये गये थे. कोकाकोला चौराहे पर बीएसपी के नीले रंग में लगा यह होर्डिंग लोगों के आकषर्ण का केंद्र बना रहा.
बीएसपी नेता अनुभव के नेतृत्व में कुछ युवाओं ने कोकाकोला क्रासिंग पर एक ट्रेन रोकने का भी प्रयास किया लेकिन पुलिस की सक्रियता से वह इस काम में सफल नहीं हो पाये और ट्रेन को रोक नही पायें. कुछ बीएसपी कार्यकर्ताओं ने सभा स्थल पर आने की भी कोशिश की लेकिन पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं नेताओं की कड़ी घेरा बंदी के कारण वह सभा स्थल में प्रवेश नही कर पायें.