पिथौरागढ़ – जनपद पिथौरागढ़ के धारचूला तहसील में भारी बारिश के बाद तवाघाट के पास मलघाट में आदि कैलाश यात्रा मार्ग के अवरुद्ध होने से सैकड़ों यात्रियों समेत स्थानीय लोग व्यास वैली के अलग-अलग इलाकों में फंसे हुए थे। प्रशासन ने बुधवार देर शाम तक कुल 94 तीर्थ यात्रियों और स्थानीय लोगों को विभिन्न स्थानों से सुरक्षित निकाल लिया है।
प्रशासन इस कार्य में राज्य हेली सेवा के साथ सेना के हेलीकॉप्टरों की भी मदद ले रहा है। हालांकि अभी कुछ और स्थानीय लोगों के फंसे होने की बात कही जा रही है।
आज शाम सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर के जरिए व्यास वैली में फंसे 32 कैलाश तीर्थ यात्रियों के एक दल को निकाल कर गूंजी से पिथौरागढ़ लाया गया जबकि सेना के एलएच सेवा से 14 यात्रियों को धारचूला पहुंचाया गया। इसके अलावा राज्य सरकार की हेली सेवा से 10 लोगों को लाया गया।
इस तरह हेलीकाप्टर सेवा से कुल 56 तीर्थ यात्री निकाला गया। बेंगलुरु से आदि कैलाश यात्रा पर आई मानसा ने प्रशासन के द्वारा गुंजी में यात्रियों को सुविधा प्रदान करने के लिए प्रशासन के कार्यों की सराहना की है तथा वायु सेना को मदद करने के लिए आभार व्यक्त किया। इसके बाद इन यात्रियों ने राहत की सांस ली और ज़िला प्रशासन समेत राज्य सरकार का आभार जताया है।
पुलिस अधीक्षक, पिथौरागढ़ लोकेश्वर सिंह ने बताया कि आज शाम को 56 तीर्थ यात्रियों और स्थानीय लोगों को हेलीकाप्टर सेवा से विभिन्न मार्गों और स्थानों से सुरक्षित निकाला गया जबकि बीती रात एसडीआरएफ टीम ने जंगल में फंसे 38 यात्रियों के एक दल को 3 किलोमीटर पैदल चलकर आज सुबह रेस्क्यू किया था। इन सभी को धारचूला पहुंचाया गया था।
मलघाट और घटियाबगड़ में सड़क बंद होने के चलते ये सभी यात्री बूंदी फंसे थे और विपरीत परिस्थितियों के चलते काफी भयभीत हो गए थे। एसडीआरएफ की टीम ने नारायण आश्रम के रास्ते इन सभी यात्रियों को सुरक्षित वापस निकाला।इन यात्रियों ने पुलिस और प्रशासन का आभार जताया है।