देहरादून: स्वास्थ्य विभाग के तमाम दावे खोखले नज़र आ रहे हैं। विभाग के तमाम दावों के बावजूद पैर पसार रहे डेंगू ने एक 71 वर्षीय बुज़ुर्ग की जान ले ली। पार्क रोड निवासी बुजुर्ग कई दिनों से मैक्स अस्पताल में भर्ती थे। जनपद में डेंगू से यह दूसरी मौत है। इससे पहले 15 अगस्त को भी एक बच्चे की डेंगू से मौत हो चुकी है।
प्रदेश में डेंगू पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन राज्य सरकार अभी भी इसे हल्के में ही ले रही है। स्वास्थ्य मंत्री तो यह तक कह चुके हैं कि इस बार डेंगू का वायरस मारक नहीं है। इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। तकरीबन हजार लोगों में 300-350 में ही डेंगू की पुष्टि होती है। जिनमें प्लेटलेट्स की आवश्यकता 30-35 मरीजों को ही पड़ती है। वहीं, मुख्यमंत्री हरीश रावत भी डेंगू के बढ़ते प्रकोप को लेकर धैर्य बरतने की बात कह रहे हैं। जबकि हकीकत में तस्वीर इसके उलट है। डेंगू की रोकथाम के लिए प्रशासन कहीं भी मुस्तैद नज़र नहीं आता।
उनका मानना है कि विभाग इसके लिए तमाम तरह के इंतजाम कर रहा है। लेकिन, मंगलवार को हुई डेंगू पीड़ित बुजुर्ग की मौत ने विभाग के दावों की पोल खोल दी है। जानकारी के मुताबिक मरीज को तेज बुखार की वजह से भर्ती किया गया था। मंगलवार को बुजुर्ग की एलाइजा रिपोर्ट आई, इससे पहले सुबह उनकी मौत हो चुकी थी। वहीं, अगस्त में दरभंगा बस्ती में भी एक बच्चे की डेंगू के कारण मौत हो गई थी।