शनिवार को जब कुछ मीडिया कर्मी सचिवालय के शौचालय गए, तो वहां का नजारा देखकर भौचक्क रह गए। चारो तरफ शराब की खाली बोतले देख कर ऐसा लग रहा था मानो किसी मदिरालय में आ गए हो, यकीनन यह जगह सचिवालय तो नहीं लग रही थी, जिस प्रकार से सचिवालय के शौचालय में शराब की बोतलों का ढेर लगा था, उससे शराब के शौकीनों की मौजूदगी के साफ संकेत मिल रहे हैं।

इससे सचिवालय प्रशासन की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आ रही है। इस मामले पर सचिवालय संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी का कहना है कि यह गंभीर प्रकरण है। सचिवालय की कार्यप्रणाली सुधारने के लिए कवायद की जा रही है। इस तरह की हरकत करने वाले कर्मचारियों को चिह्नित किया जाएगा।
आपको बता दे की व्यवस्था सुधरने के लिए सचिवालय में बायोमेटिक हाजिरी भी शुरू हो चुकी है परन्तु इस तरह के हालात से तो लगता है अभी काफी कुछ होना बाकी है।
सौजन्य से : दैनिक जागरण