राजधानी देहरादून में सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए देहरादून पुलिस एड़ी चोटी का जोर लगाए हो, लेकिन दून की सड़कों पर आए दिन हो रहे हादसों में कई बेकसूर लोग अकाल मौत के ग्रास में समा रहे हैं.. खूनी बनती देहरादून की सड़कें आए दिन बेकसूर लोगों के खून से रंग रही है
राजधानी देहरादून की सड़को में हादसे होना अब आम बात हो गई है, वो चाहे सिटी बस की चपेट में आने से हो या फिर नशे और ओवर स्पीड का कारण हो…ऐसा नहीं है कि दुन पुलिस इन हादसों से निपटने के लिए कोई कदम नहीं उठाती हो…पुलिस के द्वारा समय समय पर सड़क सुरक्षा सप्ताह सहित सेफ्टी अवेयरनेस कैंप भी जगह जगह चलाये जाते हैं साथ ही स्कूलों में भी बच्चों को ट्रैफिक संबंधी जानकारी दी जाती है लेकिन शहर में हो रही सड़क हादसों की बढ़ती संख्या कहीं न कहीं सरकार और पुलिस के माथे पर बल डाल रही है…
दून की सड़के हुई खुनी, आए दिन हो रहे हादसों से पुलिस की चिंता बढ़ी !
वही आम जनता भी सड़क हादसों से परेशान है बात अगर पिछले दिनों की ही की जाए तो पिछले 10 दिनों में सड़क हादसों में 8 से 10 लोग अपनी जान गवा चुके हैं, इनमें से ज्यादातर दुर्घटनाएं वाहनों की तेज गति का होना है जिससे ज्यादातर राहगीर लोग वा दुपहिया वाहन सवार चपेट में आकर बे मौत मारे जाते हैं वही सड़क हादसों पर बढ़ती चिंता को लेकर पुलिस भी परेशान है, सूबे में अपराध और कानून व्यवस्था संभाल रहे एडीजी अशोक कुमार का कहना है कि पुलिस सड़क हादसों को लेकर काफी गंभीर है, समय समय पर पुलिस हादसों को रोकने के प्रयास करती है…साथ ही पुलिस ड्रंक एन्ड ड्राइव व ओवर स्पीड पर लगाम लगाने का हर सम्भव प्रयास कर रही है….