गंभीर अपराधों में मुकदमे का सामना कर रहे लोगों को चुनाव लड़ने से रोका जाए,इसके लिए दायर पिटीशन पर सुप्रीम कोर्ट जल्द सुनवाई के लिए तैयार हो गया है। गुरुवार को कोर्ट ने 5 जजों की स्पेशल बेंच बनाई है।सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि गंभीर अपराधों में मुकदमे का सामना कर रहे लोगों को चुनाव लड़ने की अनुमति देने या नहीं देने के मुद्दे पर सुनवाई तेज करने पर वह सहमत है.
सुप्रीम कोर्ट में दाखिल इस याचिका पर अगर तुरंत सुनवाई शुरू हो जाती है तो इसका असर आने वाले पांच राज्यों के चुनावों पर पड़ सकता है. कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि नेता धर्म, जाति और संप्रदाय के नाम पर वोट नहीं मांग सकते। ये गैर कानूनी है।हिंदुत्व के मसले पर दायर पिटीशन पर पूर्व चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर की अगुआई में जस्टिस एमबी लोकुर, जस्टिस एनएल राव, जस्टिस एसए बोबड़े, जस्टिस यूयू ललित, जस्टिस एके गोयल और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने सुनवाई की थी।