पहाड़ की जवानी और पानी, दोनों ही उत्तराखंड के काम आये और प्रदेश में पलायन पर अंकुश लग सके, त्रिवेंद्र सरकार की इसी मुहीम के चलते उत्तराखंड के एक लाख युवाओं को ट्रेनिंग देकर रोजगार पाने लायक बनाया जाएगा। कौशल विकास तथा सेवायोजन नाम से अलग विभाग का गठन होगा। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में सचिव समिति की हुई बैठक में लिए निर्णयों का एजेंडा जारी कर दिया गया।
प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने के लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि उन्हें नौकरियों के लिए भटकना न पड़े। अफसरों का मानना है कि दो साल के भीतर एक लाख युवाओं को स्किल कर घर के पास ही स्वरोजगार मिल जाएगा। इससे पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन पर काफी हद तक अकुंश लगेगा। बैठक में इज ऑफ डूइंग बिजनेस पर राजस्व विभाग को संशोधन प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए गए हैं। सचिव समिति की अगली बैठक पांच दिसंबर को उपराष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर सुबह 9 बजे के बजाय शाम पांच बजे होगी।
इन पर रहेगा फोकस
- हर ग्राम पंचायत में ऑप्टिकल फाइबर
- सभी घरों को बिजली उपलब्ध कराना
- शत-प्रतिशत साक्षरता
- सभी को आवास व्यवस्था
- रेवन्यू कोर्ट व अन्य दस्तावेजों को शत-प्रतिशत डिजिटल करना
इन मुद्दों पर भी बनी सहमति
- विभिन्न विभागों की डीपीसी और प्रोन्नति प्रकरण जल्द होंगे हल
- सचिवालय में सफाई व्यवस्था में सुधार को प्रमुख सचिव व सचिव अनुभागों का करेंगे मुआयना
- वर्षा जल संग्रहण को केंद्र से वित्तीय मदद ली जाएगी।
- वाटर शेड योजना से जल संग्रहण को बजट देने पर विचार
- 90:10 की 2019 में बंद होने वाली परियोजनाओं में तेजी लाने का निर्णय
- सभी सरकारी विभागों में बायोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य
- सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों के लिए बायोमैट्रिक हाजिरी अनिवार्य की जाएगी और समय पर आफिस नहीं आने वाले कर्मचारियों को नोटिस दिया जाएगा। सचिव समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया है। इसके साथ ही स्कूलों में भी शिक्षकों और कर्मचारियों की बॉयोमैट्रिक्स हाजिरी अनिवार्य की जाएगी। समिति ने विद्यालयी शिक्षा के सभी स्कूलों और कार्यालयों में बॉयोमैट्रिक्स अनिवार्य रूप से लागू करने का निर्णय लिया।समय शार्ट होने पर कार्मिकों को नोटिस
सचिवालय में बॉयोमैट्रिक्स लगने के बावजूद काफी कार्मिक वक्त पर कार्यालय नहीं पहुंच रहे हैं। अब इन पर शिकंजा कसा जा रहा है। ऐसे कार्मिकों को चिह्नित किया जा रहा है जिनकी उपस्थिति का समय शार्ट हो रहा है। सचिवालय प्रशासन ने इन कर्मियों को नोटिस देकर चेतावनी देने के निर्देश दिए गए।
नही सुधर रहे अधिकारी
सचिवालय के अफसर और कर्मचारी मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह से भी सीख नहीं ले पा रहे हैं। उत्पल कुमार ने जब से मुख्य सचिव का कार्यभार संभाला और राजधानी में उपलब्ध होने पर हर कार्य दिवस पर सुबह 9:15 बजे ऑफिस पहुंच जाते हैं, जबकि सचिवालय के ज्यादात्तर अफसर व कार्मिक 9:45 बजे पहुंचते हैं। मुख्य सचिव रात लगभग नौ बजे तक दफ्तर में उपलब्ध भी रहते हैं।