*देहरादून:* प्रदेश सरकार पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने देहरादून में एक दिनी धरना दिया। धरने में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश समेत तमाम कांग्रेसी नेताओं ने भागेदारी की। गांधीपार्क के सामने हुए धरने के दौरान कांग्रेस नेताओं ने भाजपा सरकार को किसान विरोधी बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने त्रिवेंद्र सरकार के साथ ही केंद्र की मोदी सरकार पर भी खूब निशाने साधे।
प्रीतम सिंह ने कहा कि सत्ता में आने के बाद भाजपा सारे चुनावी वादे भूल गई है। उन्होंने प्रदेश में हुई किसान आत्महत्या की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह संवेदनहीन हो चुकी है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने वादा किया था कि सत्ता में आने पर वह किसानों के हितों की रक्षा करेगी, लेकिन हो इसका उल्टा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद किसानों की आत्महत्या की घटनाएं इसका सबसे बड़ा प्रमाण है कि यह सरकार पूरी तरह किसान विरोधी है। प्रीतम सिंह ने आत्महत्या करने वाले किसनों के परिवारजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस मौके पर भाजपा पर खूब निशाने साधे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 100 दिन के बाद भी उनके खाते में कोई एक उपलब्धि तक नहीं है। हरीश रावत ने कहा कि मौजूदा सरकार जिन कामों को अपनी उपलब्धि बता रही है वे सभी काम पिछली सरकार के कार्यकाल में हुए हैं। उन्होंने कहा कि मैजूदा सरकार सिर्फ लोकार्पण कर रही है। हरीश रावत ने इन मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी खूब निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछली यूपीए सरकार के कार्यकाल में हुए कामों की बदौलत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनियाभर में अपनी पीठ ठोक रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा यह नारा लगाकर सत्ता में आई कि कांग्रेस ने प्रदेश को कर्ज के दलदल में धकेल दिया है, मगर हकीकत यह है कि सर्वाधिक ‘कर’ इस राज्य में उस समय लिया गया जब भाजपा सत्ता में थी। हरीश रावत ने कहा कि 8 वर्ष सत्ता में कांग्रेस रही, साढ़े 8 वर्ष के करीब भाजपा सत्ता में रही, अगर भाजपा के साढ़े 8 साल के कार्यकाल के कर्ज का ब्यौरा देखिये तो अधिकांश कर्ज जो राज्य के ऊपर है वह भाजपा के समय में लिया गया है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा दृदयेश ने कहा कि भाजपा की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ कांग्रेस का यह प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रदेशभर में इस तरह के धरने आयोजित कर भाजपा का किसान विरोधी चेहरा जनता के सामने लाएगी।
सरकार पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने देहरादून में एक दिनी धरना दिया। धरने में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश समेत तमाम कांग्रेसी नेताओं ने भागेदारी की। गांधीपार्क के सामने हुए धरने के दौरान कांग्रेस नेताओं ने भाजपा सरकार को किसान विरोधी बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने त्रिवेंद्र सरकार के साथ ही केंद्र की मोदी सरकार पर भी खूब निशाने साधे। प्रीतम सिंह ने कहा कि सत्ता में आने के बाद भाजपा सारे चुनावी वादे भूल गई है। उन्होंने प्रदेश में हुई किसान आत्महत्या की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह संवेदनहीन हो चुकी है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने वादा किया था कि सत्ता में आने पर वह किसानों के हितों की रक्षा करेगी, लेकिन हो इसका उल्टा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद किसानों की आत्महत्या की घटनाएं इसका सबसे बड़ा प्रमाण है कि यह सरकार पूरी तरह किसान विरोधी है। प्रीतम सिंह ने आत्महत्या करने वाले किसनों के परिवारजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस मौके पर भाजपा पर खूब निशाने साधे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 100 दिन के बाद भी उनके खाते में कोई एक उपलब्धि तक नहीं है। हरीश रावत ने कहा कि मौजूदा सरकार जिन कामों को अपनी उपलब्धि बता रही है वे सभी काम पिछली सरकार के कार्यकाल में हुए हैं। उन्होंने कहा कि मैजूदा सरकार सिर्फ लोकार्पण कर रही है।
हरीश रावत ने इन मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी खूब निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछली यूपीए सरकार के कार्यकाल में हुए कामों की बदौलत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनियाभर में अपनी पीठ ठोक रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा यह नारा लगाकर सत्ता में आई कि कांग्रेस ने प्रदेश को कर्ज के दलदल में धकेल दिया है, मगर हकीकत यह है कि सर्वाधिक ‘कर’ इस राज्य में उस समय लिया गया जब भाजपा सत्ता में थी। हरीश रावत ने कहा कि 8 वर्ष सत्ता में कांग्रेस रही, साढ़े 8 वर्ष के करीब भाजपा सत्ता में रही, अगर भाजपा के साढ़े 8 साल के कार्यकाल के कर्ज का ब्यौरा देखिये तो अधिकांश कर्ज जो राज्य के ऊपर है वह भाजपा के समय में लिया गया है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा दृदयेश ने कहा कि भाजपा की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ कांग्रेस का यह प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रदेशभर में इस तरह के धरने आयोजित कर भाजपा का किसान विरोधी चेहरा जनता के सामने लाएगी।