केदारनाथ त्रासदी ने सभी को हिला दिया था। उसी से सबक लेते हुए केदारनाथ और आस पास के इलाकों में रहने वाले आमजनों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। मंदाकिनी और सरस्वती के संगम के पास नौ मीटर ऊंची और 60 मीटर लंबी दीवार का निर्माण किया गया है।
केदारनाथ त्रासदी जैसे हादसो से बचने और केदारनाथ की सुरक्षित बनाने के लिए सरकार ने केदारनाथ के आस पास दीवार बनाने की घोषणा की थी। जिसकी जिम्मेदारी नेहरू पर्वतारोहण को सौपी गई। उसी क्रम में संस्थान ने ली हुई जिम्मेदारी का काम लगभग पूरा ही कर लिया है। इसके साथ ही नौ मीटर ऊंची और 60 मीटर लंबी दीवार भी लगभग पूरी है। केदारनाथ मंदिर के पीछे बाढ़ सुरक्षा दीवार का कार्य भी समाप्ति पर है। संस्थान के प्रभारी देवेद्र सिंह ने बताया कि मंदिर के पीछे बन रही बाढ़ सुरक्षा दीवार का काम भी पूरा हो गया है। उन्होंने बताया कि द्वितीय चरण में का काम भी जल्द शुरू किया जाएगा। जिसमें हट का निर्माण,मलवा हटाना और मंदिर से मंदाकिनी से सरस्वती नदी तक पैदल रास्ता चौड़ा किया जाना है। इसके साथ ही तृतीय तरण में आपदा में क्षतिग्रस्त मकानों का निर्माण किया जाएगा।