नई दिल्ली: बड़े नोटों को अमान्य करने के मुद्दे पर विपक्ष की घेराबंदी के बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि हमारी सरकार का यह फैसला कालेधन के खिलाफ जंग है और किसी ने भी इस फैसले की नीयत पर सवाल नहीं उठाया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री चर्चा में हस्तक्षेप करने को तैयार हैं.
लोकसभा में गृह मंत्री ने कहा कि यह राष्ट्रहित में लिया गया क्रांतिकारी, साहसिक और गरीबोन्मुखी कदम है और किसी ने भी यह सवाल नहीं उठाया कि यह गलत नीयत से लिया गया है. इस फैसले पर किसी ने सवाल नहीं उठाया.
विपक्षी दलों द्वारा प्रधानमंत्री से संसद में बहस के दौरान उपस्थित रहने पर जोर दिये जाने पर गृह मंत्री ने कहा, ‘‘ अगर विपक्ष चाहता है कि प्रधानमंत्री संसद में आयें, तो प्रधानमंत्री आयेंगे और बहस में हस्तक्षेप करेंगे.’’ उन्होंने कहा कि बड़े नोटों को अमान्य करने का हमारी सरकार का फैसला कालेधन के खिलाफ जंग है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि जहां तक इस फैसले को लागू करने की बात है तो हम पहले दिन से इस पर चर्चा करने के लिए तैयार है. हम इस बारे में विपक्ष के सुझाव पर भी विचार करने को तैयार हैं.
उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रहित में लिया गया निर्णय है. अब सदन में किस नियम के तहत चर्चा हो, इस बारे में अध्यक्ष को फैसला करना है. अध्यक्ष जिस नियम के तहत चर्चा कराने का फैसला करेंगी, हम उसके लिए तैयार हैं.
उल्लेखनीय है कि नोटबंदी के मुद्दे पर मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम 56 के तहत सदन में चर्चा कराने की विपक्ष की मांग को लेकर हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही नहीं चल पा रही है. विपक्ष ने नोटबंदी के मुद्दे पर आज ‘आक्रोश दिवस’ मनाया है. कांग्रेस और कुछ अन्य दलों के सदस्यों ने इस मुद्दे को लेकर संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष भी धरना दिया.